Sunday, July 6, 2025

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ट्रंप की टीम की पेंटागन के अधिकारियों को बर्खास्त करने की योजना

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ लेने से पहले ही अपनी नई कैबिनेट तैयार कर ली है। मंत्रियों और अधिकारियों के नाम एलान किए जाने के बाद अब उनकी टीम की नजर पेंटागन पर है। ट्रंप की ट्रांजिशन टीम के सदस्य सेना के अधिकारियों की एक सूची तैयार कर रहे हैं, जिन्हें बर्खास्त किया जाएगा। कहा जा रहा है कि इन सैन्य अधिकारियों में ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ भी शामिल हो सकता है।

ट्रंप के सत्ता बदलाव से परिचित दो सूत्रों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि डोनाल्ड ट्रंप की पांच नवंबर की चुनावी जीत के बाद छंटनी की योजना शुरुआती चरण में है। ट्रंप के शपथ लेते ही प्रशासन में बदलाव देखा जाएगा। वहीं, सूत्रों में से एक ने पेंटागन में बड़े पैमाने पर बर्खास्तगी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘यह अभी स्पष्ट नहीं है कि क्या नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप खुद इस योजना का समर्थन करेंगे। हालांकि, अतीत में उन्होंने उन रक्षा नेताओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर तीखी टिप्पणी की है, जो उनकी आलोचना कर चुके हैं। ट्रंप ने अभियान के दौरान जागरूक जनरलों और अफगानिस्तान से 2021 में हुई परेशानी भरी वापसी के लिए जिम्मेदार लोगों को निकालने की बात भी कही है।’ हालांकि, ट्रंप अभियान ने इस बयान पर फिलहाल कोई जवाब नहीं दिया है।

दूसरे सूत्र ने कहा कि आने वाला प्रशासन संभवतः अमेरिकी सैन्य अधिकारियों पर ध्यान केंद्रित करेगा। इसमें संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के पूर्व अध्यक्ष मार्क मिले से जुड़े लोग भी शामिल हो सकते हैं। दरअसल, पिछले महीने प्रकाशित बॉब वुडवर्ड की पुस्तक ‘वॉर’ में मार्क मिले (Milley) का एक बयान था, जिसमें उन्होंने ट्रंप को पूरी तरह से फासीवादी कहा था। इस पर पूर्व राष्ट्रपति के सहयोगियों ने ट्रंप के प्रति कथित विश्वासघात का आरोप लगाते हुए आलोचना की थी।

सूत्र ने कहा, ‘मार्क मिले द्वारा नियुक्त और पदोन्नत किए गए हर एक व्यक्ति को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। उनसे जुड़े लोगों की एक बहुत लंबी सूची है और उन सभी को बर्खास्त किया जाएगा।’

बता दें, संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ में अमेरिकी सेना के सर्वोच्च रैंक वाले अधिकारी शामिल होते हैं और इसमें सेना, नौसेना, मरीन, वायु सेना, राष्ट्रीय रक्षक और अंतरिक्ष बल के प्रमुख शामिल होते हैं।

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जो बइडन के बीच बुधवार को दो घंटे तक बैठक हुई। बैठक के बाद व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका में सत्ता का हस्तांतरण व्यवस्थित और शांतिपूर्वक होगा।

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने पत्रकारों से कहा कि राष्ट्रपति बाइडन ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ ओवल ऑफिस में लगभग दो घंटे तक मुलाकात की। उन्होंने कहा कि बैठक में व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ जेफ जिएंट्स और आने वाले चीफ ऑफ स्टाफ सूसी विल्स भी शामिल हुए। यह एक सार्थक बैठक थी और विचारों का आदान-प्रदान हुआ। पियरे ने बताया कि उन्होंने देश और दुनिया के सामने मौजूद महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा और घरेलू नीतिगत मुद्दों पर चर्चा की। राष्ट्रपति बाइडन ने कांग्रेस की टू-डू सूची में महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया, जिसमें सरकार को वित्तपोषित करना और राष्ट्रपति द्वारा अनुरोधित आपदा पूरक निधि प्रदान करना शामिल है। उन्होंने कहा कि आखिरकार, राष्ट्रपति ने वही दोहराया जो उन्होंने चुनाव के अगले दिन नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप से और पिछले हफ्ते रोज गार्डन में अमेरिकी लोगों से कहा था कि हमारे पास एक व्यवस्थित संक्रमण और सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण होगा।

वहीं एक सवाल के जवाब में जीन-पियरे ने कहा कि बाइडन प्रशासन आगे बढ़ने का इरादा रखता है। हम लोगों की इच्छा का सम्मान करते हैं। जैसा कि आप जानते हैं, पिछले सप्ताह चुनाव हुए थे और अमेरिकी लोगों ने अपनी बात रखी थी। इसलिए राष्ट्रपति यह सुनिश्चित करेंगे कि हम इस प्रक्रिया में अमेरिकी लोगों के लिए सम्मानजनक तरीके से आगे बढ़ें और एक उदाहरण प्रस्तुत करें।  इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि राष्ट्रपति ने पिछले सप्ताह के नेतृत्व में यह दिखाया है। इसलिए आप यही सुनेंगे। हम इस प्रशासन में बचे हुए 68 दिनों में यही करना जारी रखेंगे।

वहीं इस मामले में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने संवाददाताओं से कहा कि भू-राजनीति में बदलाव एक महत्वपूर्ण क्षण होता है। उन्होंने कहा, “यह ऐसा समय होता है जब प्रतिस्पर्धी और विरोधी संभावित अवसर देख सकते हैं, क्योंकि सरकार में बदलाव हो रहा है।

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