भारत-अमेरिका टैरिफ तनातनी के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वैश्विक मंच पर दादागिरी करने वाले देश अपनी आर्थिक ताकत और तकनीकी बढ़त के बल पर ऐसा करते हैं। नागपुर स्थित वीएनआईटी में बोलते हुए उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के ज़रिए भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया। गडकरी ने कहा कि बेहतर तकनीक और संसाधनों से भारत किसी पर धौंस नहीं जमाएगा, क्योंकि उसकी संस्कृति “विश्व कल्याण” सिखाती है।
उन्होंने अनुसंधान केंद्रों, आईआईटी और इंजीनियरिंग संस्थानों से देश की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर शोध करने की अपील की और दावा किया कि सही दिशा में काम होने पर देश की विकास दर तीन गुना तक बढ़ सकती है।
ट्रंप का टैरिफ आदेश
गडकरी की यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस आदेश के बाद आई, जिसमें भारतीय वस्तुओं पर 50% तक टैरिफ लगाने की घोषणा की गई है। व्हाइट हाउस ने इस कदम को भारत की रूसी तेल खरीद से जोड़ा है, जिससे दोनों देशों के बीच दो दशकों में सबसे बड़ी कूटनीतिक दरार पैदा हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत अपने किसानों, मछुआरों और डेयरी श्रमिकों के हितों से समझौता नहीं करेगा, चाहे इसके लिए भारी कीमत चुकानी पड़े।
राजनाथ का तंज
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्रंप का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग भारत की विकास रफ्तार से खुश नहीं हैं और कोशिश कर रहे हैं कि भारतीय उत्पाद महंगे हो जाएं, लेकिन अब दुनिया की कोई ताकत भारत को बड़ी शक्ति बनने से नहीं रोक सकती।