नई दिल्ली/रियो डी जनेरियो। जी-7 बैठक के इतर भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंतोनियो गुटेरेस से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच अंतरराष्ट्रीय हालात, वैश्विक शांति, सुरक्षा और उभरती चुनौतियों पर गहन चर्चा हुई।
बैठक के दौरान जयशंकर और गुटेरेस ने बदलती भू-राजनीतिक परिस्थितियों, विश्व अर्थव्यवस्था, संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में मानवीय संकट और जलवायु परिवर्तन जैसी प्रमुख चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया। गुटेरेस ने भारत की बढ़ती वैश्विक जिम्मेदारियों और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उसकी सक्रिय भूमिका की सराहना की।
भारत की भूमिका अहम: जयशंकर
जयशंकर ने कहा कि भारत वैश्विक दक्षिण की आवाज को मजबूत करने और देशों के बीच संतुलित व न्यायसंगत साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में सुधार की आवश्यकता दोहराते हुए कहा कि दुनिया के मौजूदा ढांचे में बदलाव जरूरी है ताकि उभरती शक्तियों को उचित प्रतिनिधित्व मिल सके।
जलवायु और विकास एजेंडा पर जोर
दोनों नेताओं ने जलवायु परिवर्तन से निपटने में विकसित देशों से अधिक वित्तीय और तकनीकी सहयोग की आवश्यकता पर सहमति जताई। साथ ही विकासशील देशों के लिए सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को समय पर पूरा करने का विषय भी प्रमुख रहा।
द्विपक्षीय सहयोग पर भी हुई बात
बैठक में भारत और संयुक्त राष्ट्र के बीच मानवीय सहायता, शांति अभियानों और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की गई।
जी-7 देशों के नेताओं की बैठकों के बीच हुई यह मुलाकात भारत की वैश्विक कूटनीति और बहुपक्षीय संबंधों को और मजबूती देती दिखी।





