नई दिल्ली। देश में फैले आतंकी मॉड्यूल पर लगातार हो रही कार्रवाई के बीच जांच एजेंसियों ने एक और बड़ा खुलासा किया है। हाल ही में गिरफ्तार किए गए आतंकी उमर से पूछताछ के बाद एजेंसियों ने बताया कि उसके नेटवर्क से जुड़ी कई कड़ियां अब टूट चुकी हैं। उमर न सिर्फ मॉड्यूल का मुख्य संचालक था, बल्कि उसने पूछताछ के दौरान कई महत्वपूर्ण राज भी खोले हैं। बताया जा रहा है कि एजेंसियों के बढ़ते दबाव और लगातार कार्रवाई के चलते उसने खुद अपने ही साथियों के ठिकाने उजागर कर दिए।
उमर की गिरफ्तारी के बाद बिखर गया नेटवर्क
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के संयुक्त अभियान में उमर को पिछले सप्ताह पश्चिमी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया था। शुरुआती पूछताछ में उसने माना कि उसका मॉड्यूल राज्य दर राज्य फैले नेटवर्क के जरिए सक्रिय था, लेकिन पिछले कुछ महीनों में एजेंसियों की सख्ती के बाद उसका तंत्र लगभग ध्वस्त हो गया। कई सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद उमर अकेला रह गया था।
कई जानें गईं, लेकिन नहीं रुकी साजिशें
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि उमर के गिरोह की वजह से पिछले दो वर्षों में कई जानें गईं और कई राज्यों में छोटे स्तर पर आतंकी गतिविधियां संचालित की गईं। एजेंसियों ने बताया कि उमर की गिरफ्तारी से पहले उसके नेटवर्क से जुड़े कुछ सदस्य देश छोड़कर भागने की फिराक में थे, लेकिन एजेंसियों ने उनकी गतिविधियों पर पहले ही नजर रखी हुई थी।
‘डॉक्टर’ था मॉड्यूल की आखिरी कड़ी
सबसे चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ जब पूछताछ में सामने आया कि उमर के नेटवर्क की आखिरी सक्रिय कड़ी एक डॉक्टर था, जो छद्म पहचान के साथ उत्तर भारत के एक निजी अस्पताल में कार्यरत था। यह डॉक्टर न सिर्फ आतंकियों को आर्थिक सहायता पहुंचाने में मदद करता था, बल्कि घायल सदस्यों का गुप्त रूप से इलाज और संपर्क साधन भी था। एजेंसियों ने उसके ठिकानों से कई डिजिटल उपकरण, पासपोर्ट, विदेशी मुद्रा और एन्क्रिप्टेड दस्तावेज जब्त किए हैं।
जांच एजेंसियों ने बढ़ाई सख्ती
एनआईए और आईबी ने अब इस नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय संपर्कों की जांच तेज कर दी है। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, यह मॉड्यूल सीमापार बैठे हैंडलरों के इशारे पर काम कर रहा था, जिनका मकसद भारत में छोटे स्तर पर अस्थिरता फैलाना था। जांच एजेंसियां अब उमर और डॉक्टर के विदेशी संपर्कों की ईमेल, चैट और बैंक लेनदेन की गहन जांच कर रही हैं।
‘मॉड्यूल का सफाया अब लगभग पूरा’
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उमर की गिरफ्तारी के साथ ही इस आतंकी मॉड्यूल का नेटवर्क लगभग पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। हालांकि एजेंसियां अब भी कुछ संदिग्धों की तलाश में हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों में छिपे हो सकते हैं।
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
घटना के बाद दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट मोड पर हैं। सीमावर्ती जिलों में चेकिंग और निगरानी बढ़ा दी गई है। केंद्रीय खुफिया विभाग ने राज्यों को निर्देश दिया है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या संपर्क पर तुरंत कार्रवाई की जाए।





