हमास और इस्राइल बीते आठ महीने से जंग लड़ रहे हैं। इस्राइल द्वारा हमास को खत्म करने का संकल्प गाजा पट्टी के लोगों पर भारी पड़ रहा है। गाजा में पैदा हुई मानवीय परिस्थितियों को लेकर दुनिया भर के लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वहीं, इस्राइल अपने लक्ष्य पर डटा हुआ है। उसका कहना है कि वह जल्द ही उत्तरी गाजा में हमास शासन को बदलने की योजना लागू करेगा। इस्राइल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तजाची हानेग्बी ने मंगलवार को रीचमैन विश्वविद्यालय के वार्षिक हर्जलिया सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमास की शासन करने की क्षमता को खत्म करने से उन देशों के लिए अवसर खुलेंगे, जो गाजा में सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि गाजा में जो नया नेतृत्व होगा, उसमें इस्राइल के अब्राहम समझौते के साझेदार, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र शामिल होंगे। वहीं इस्राइली सेना हमास के सदस्यों को ढूंढ-ढूंढ कर खत्म करना जारी रखेगी। हानेग्बी ने कहा, ‘हम लंबे समय से इस योजना के बारे में बात कर रहे हैं। मगर तब हमारी कोशिश थी कि हमास को पूरी तरह से खत्म करना। हालांकि अब हमें इसके पूरी तरह से खत्म होने की प्रतीक्षा करने की जरूरत नहीं है। उस प्रक्रिया में लंबा समय लग सकता है। इसलिए अब हमारी यही योजना है और इस पर अमेरिका भी सहमत हैं।’
उन्होंने आगे कहा कि आप हमास को पूरी तरह से गायब नहीं कर सकते क्योंकि यह एक विचार है, एक अवधारणा है। अमेरिका ने युद्ध के बाद गाजा के शासन के लिए एक दृष्टिकोण स्पष्ट करने के लिए इस्राइल के अधिकारियों पर दबाव डाला है। हालांकि बाइडन प्रशासन इस्राइल द्वारा गाजा पर कब्जा करने का हमेशा ही विरोध करता रहा है। इस बीच, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि इस्राइल के तीन युद्ध उद्देश्य हैं हमास की सैन्य और शासन क्षमताओं का विनाश, सभी बंधकों की वापसी और यह सुनिश्चित करना है कि गाजा अब इस्राइल के लिए खतरा नहीं है।





