ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब उस पर राजनीतिक बयानबाजी भी जोड़ पकड़ने लगी है। विदेश मंत्री एस जयशंकर की एक टिप्पणी पर सवाल उठाते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सरकार पर नए आरोप लगाए गए हैं।
राहुल गांधी ने कहा है कि हमारे हमले से पहले पाकिस्तान को इसकी जानकारी देना एक अपराध था। राहुल गांधी ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत सरकार ने ऐसा किया। राहुल ने सवाल किया है कि ऐसा करने के लिए किसने अधिकृत किया? और इसके कारण हमारी वायुसेना ने कितने विमान खो दिए?
राहुल गांधी ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा, “विदेश मंत्री जयशंकर का ऐसा कहना सिर्फ बयानबाजी नहीं है- यह निंदनीय है। इसलिए मैं फिर से पूछूंगा- हमने कितने भारतीय विमान खो दिए? क्या ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पाकिस्तान को पता था कि हम हमला करने वाले हैं? यह कोई चूक नहीं थी। यह एक अपराध था। और देश को इस बारे में सच्चाई जानने का हक है।”
इस बीच, भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनकी मूर्खता महज संयोग नहीं है – यह भयावह है। वे पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं।
मालवीय ने लिखा, “भारत के लाभ के लिए, और विपक्ष के नेता की मंशा को उजागर करने के लिए, मैं DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई का दिनांक 11.05.2025 का बयान फिर से पोस्ट कर रहा हूँ: “…भले ही हमने ऑपरेशन सिंदूर के तुरंत बाद अपने समकक्ष से संपर्क करने और आतंक के केंद्र पर हमला करने की अपनी मजबूरियों को बताने का प्रयास किया था, लेकिन इस अनुरोध को बेरहमी से ठुकरा दिया गया, यह संकेत देते हुए कि एक कठोर प्रतिक्रिया अपरिहार्य थी और जल्द ही होगी। हम निश्चित रूप से तैयार थे…”
मालवीय ने कहा, ” मैं दोहराता हूँ, यह बिल्कुल विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के बयान से मेल खाता है- कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के शुरुआती चरण के दौरान पाकिस्तान को चेतावनी जारी की थी। अब इसे जानबूझकर गलत तरीके से पेश किया जा रहा है जैसे कि चेतावनी ऑपरेशन शुरू होने से पहले दी गई थी। राहुल गांधी को तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने से बचना चाहिए। भारत जानता है कि वे वास्तव में किसके लिए बोलते हैं…।