देहरादून/पौड़ी: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में मानव-वन्यजीव संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताज़ा सनसनीखेज मामला सामने आया है जहाँ स्कूल परिसर में खेल रहे कक्षा 6 के एक छात्र पर भालू ने हमला कर दिया और उसे घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में चीख-पुकार मच गई और ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
घटना का घटनाक्रम
- स्कूल में अचानक हमला: जानकारी के अनुसार, यह घटना तब हुई जब छात्र स्कूल के समय के दौरान अन्य बच्चों के साथ परिसर में मौजूद था। घात लगाकर बैठे भालू ने अचानक हमला बोला, जिससे वहां मौजूद बच्चों और शिक्षकों में भगदड़ मच गई।
- जंगल की ओर ले गया भालू: प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, भालू ने मासूम बच्चे को अपनी चपेट में लिया और उसे झाड़ियों के रास्ते गहरे जंगल की ओर ले भागा। बच्चों की चीखें सुनकर स्कूल स्टाफ और आसपास के लोग लाठी-डंडे लेकर भालू के पीछे दौड़े।
- तलाशी अभियान: घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत वन विभाग और पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद संयुक्त टीम ने जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
ग्रामीणों में गहरा रोष
- सुरक्षा पर सवाल: ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र में लंबे समय से जंगली जानवरों का आतंक बना हुआ है, लेकिन वन विभाग द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए।
- स्कूलों की घेराबंदी की मांग: स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि जंगली जानवरों के खतरे को देखते हुए स्कूलों के चारों ओर ऊंची सुरक्षा दीवार या कटीले तारों की बाड़ लगाई जाए।
वन विभाग की कार्रवाई
वन विभाग के अधिकारियों ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि भालू को पकड़ने के लिए टीम तैनात कर दी गई है। वन कर्मियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है। विभाग ने बच्चों और अभिभावकों को अकेले सुनसान रास्तों पर न निकलने की सलाह दी है।





