चेक गणराज्य में आंद्रेज़ बाबिस के एक बार फिर सत्ता में लौटने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है। चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा कि भारत चेक गणराज्य के साथ अपने पारंपरिक और भरोसेमंद संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आंद्रेज़ बाबिस के नेतृत्व में दोनों देशों के बीच सहयोग के नए अवसर खुलेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में यह भी उल्लेख किया कि भारत और चेक गणराज्य के बीच दशकों से चले आ रहे मैत्रीपूर्ण संबंध विज्ञान, तकनीक, व्यापार और रक्षा सहयोग पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की सरकारें कई वैश्विक मुद्दों पर समान दृष्टिकोण रखती हैं, जिससे आपसी साझेदारी और अधिक प्रभावी बनती है। पीएम मोदी ने विश्वास जताया कि नई सरकार के गठन के बाद द्विपक्षीय संवाद और तेज होगा।
चेक गणराज्य के फिर से प्रधानमंत्री बने आंद्रेज़ बाबिस ने भी भारत के साथ सहयोग को प्राथमिकता देने का संकेत दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बाबिस के नेतृत्व में यूरोपीय देशों के साथ भारत के राजनयिक और आर्थिक संबंधों में नई ऊर्जा आ सकती है। दोनों देशों के बीच ऑटोमोबाइल, रक्षा उपकरण, आईटी, शिक्षा और निवेश जैसे क्षेत्रों में पहले से ही सक्रिय सहयोग है, जिसे आगे और विस्तार देने की संभावनाएँ जताई जा रही हैं।
विदेश मंत्रालय ने भी पीएम मोदी की ओर से भेजे गए बधाई संदेश का हवाला देते हुए कहा कि भारत चेक गणराज्य के साथ बहुआयामी साझेदारी को और व्यापक बनाने के लिए तैयार है। मंत्रालय के अनुसार, आने वाले महीनों में दोनों देशों के बीच कई उच्चस्तरीय बैठकें और औद्योगिक सहयोग से जुड़ी चर्चाएँ प्रस्तावित हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यूरोप में बदलते राजनीतिक परिदृश्यों के बीच भारत के लिए चेक गणराज्य एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार की भूमिका निभाता है। बाबिस की वापसी से दोनों देशों के रिश्तों में स्थिरता और सहयोग का एक नया दौर शुरू होने की उम्मीद है।





