वॉशिंगटन। अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापारिक तनाव और टैरिफ युद्ध के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक चौंकाने वाला बयान दिया। ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका के पास ऐसे “पत्ते” मौजूद हैं, जिनका इस्तेमाल किया जाए तो चीन की अर्थव्यवस्था तबाह हो सकती है, लेकिन अमेरिका ऐसा कदम नहीं उठाएगा।
व्हाइट हाउस में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा, “हम चीन के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखना चाहते हैं। उनके पास भी कुछ पत्ते हैं, लेकिन हमारे पास शानदार पत्ते हैं। फर्क यह है कि मैं उन पत्तों का इस्तेमाल नहीं करूंगा। अगर हमने उन्हें चला दिया तो चीन बर्बाद हो सकता है, लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे।”
200% टैरिफ लगाने की चेतावनी
ट्रंप ने अपने बयान में आगे चीन पर 200 प्रतिशत तक का टैरिफ लगाने के संकेत भी दिए। उन्होंने कहा कि यदि चीन अमेरिका को “मैग्नेट” (Magnets) उपलब्ध नहीं कराता, जो ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और रक्षा उद्योगों के लिए बेहद अहम हैं, तो अमेरिका चीन पर बेहद कठोर आर्थिक कदम उठा सकता है।
उन्होंने कहा, “उन्हें हमें मैग्नेट देना ही होगा। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो हमें उन पर 200% टैरिफ या कुछ इसी तरह का कठोर कदम उठाना पड़ेगा।”
90 दिनों की अतिरिक्त राहत अवधि
ध्यान देने वाली बात यह है कि ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में चीन पर अतिरिक्त टैरिफ लागू करने की समयसीमा को 90 दिनों के लिए आगे बढ़ा दिया है। पहले यह समयसीमा 12 अगस्त तय की गई थी। अब माना जा रहा है कि इस अवधि में दोनों देशों के बीच वार्ता के जरिए समाधान तलाशने की कोशिश होगी।
फिलहाल अमेरिका ने चीन से आने वाले उत्पादों पर 20% टैरिफ लगाया हुआ है, जो मुख्य रूप से फेंटेनिल की अमेरिकी बाजार में सप्लाई को रोकने के लिए लागू किया गया है। आधार दर 10% के साथ, कुल मिलाकर चीनी आयात पर अमेरिका का टैरिफ 30% तक पहुंच गया है।
अमेरिका-चीन संबंधों पर असर
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देशों के बीच व्यापारिक विवाद लगातार गहराता जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अमेरिका ने 200% टैरिफ लागू कर दिया तो यह वैश्विक व्यापार संतुलन को हिला सकता है और चीन की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डालेगा। हालांकि, ट्रंप द्वारा “पत्तों का इस्तेमाल न करने” की बात करना यह संकेत देता है कि अमेरिका अब भी बातचीत के जरिए समाधान तलाशने का इच्छुक है।