Sunday, June 29, 2025

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चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान शुरू, कई दलों की प्रतिष्ठा दांव पर

आज गुजरात, केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल की कुल पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। ये उपचुनाव पूर्व विधायकों के निधन या इस्तीफे के चलते कराए जा रहे हैं। मतगणना 23 जून को होगी।

जिन सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें गुजरात की कादी और विसावदर, केरल की नीलांबुर, पंजाब की लुधियाना पश्चिम और पश्चिम बंगाल की कालीगंज विधानसभा सीट शामिल हैं। इन सीटों पर कई प्रमुख दलों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।

पंजाब: लुधियाना पश्चिम में सीधी टक्कर

लुधियाना वेस्ट सीट पर मुकाबला बेहद रोचक है। यह सीट आम आदमी पार्टी के विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के निधन से खाली हुई थी। आप ने राज्यसभा सांसद और उद्योगपति संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ऐलान किया है कि अरोड़ा के जीतने पर उन्हें कैबिनेट में शामिल किया जाएगा।

कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व मंत्री और दो बार के विधायक भारत भूषण आशु को मैदान में उतारा है, जिन्होंने सीधा हमला आम आदमी पार्टी और केजरीवाल पर बोला है। वहीं भाजपा की ओर से जीवन गुप्ता और शिअद की ओर से परुपकार सिंह घुम्मन चुनाव लड़ रहे हैं। कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं और यहां 1,75,469 मतदाता, जिनमें 85,371 महिलाएं और 10 ट्रांसजेंडर वोटर शामिल हैं। 194 मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम और 100% लाइव वेबकास्टिंग की गई है।

पश्चिम बंगाल: कालीगंज में त्रिकोणीय मुकाबला

नादिया जिले की कालीगंज सीट पर मतदान जारी है। यह सीट नसीरुद्दीन अहमद के निधन के कारण खाली हुई थी। यहां से टीएमसी ने अलीफा अहमद, भाजपा ने आशीष घोष और कांग्रेस ने काबिल उद्दीन शेख को मैदान में उतारा है।

केरल: नीलांबुर सीट पर नई राजनीतिक तस्वीर

नीलांबुर विधानसभा सीट पर भी मतदान शुरू हो चुका है। यह सीट पीवी अनवर के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी। यहां एलडीएफ ने एम. स्वराज, यूडीएफ ने आर्यदान शौकत, और भाजपा ने एडवोकेट मोहन जॉर्ज को टिकट दिया है।

गुजरात: कादी और विसावदर सीटें भी निर्णायक

कादी सीट पर उपचुनाव करसनभाई पंजाभाई सोलंकी के निधन के बाद हो रहा है, जबकि विसावदर सीट आम आदमी पार्टी के विधायक भूपेंद्रभाई भयानी के इस्तीफे के चलते खाली हुई थी।

इन उपचुनावों के नतीजे सिर्फ इन क्षेत्रों की नहीं, बल्कि संबंधित राजनीतिक दलों की आगामी रणनीतियों पर भी असर डाल सकते हैं। सभी राज्यों में चुनाव आयोग की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और मतदान शांतिपूर्ण ढंग से जारी है।

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