देहरादून। संवाद न्यूज एजेंसी, गढ़वाल।
उत्तराखंड में भारी बारिश ने चारधाम यात्रा को बुरी तरह प्रभावित किया है। यमुनोत्री हाईवे दूसरे दिन भी बंद रहा, जबकि केदारनाथ यात्रा को रविवार देर रात से सोमवार शाम तक दो बार रोका गया। नदियों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी और जगह-जगह भूस्खलन के चलते यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने कई स्थानों पर यात्रा रोकने के निर्देश जारी किए हैं।
🌧️ यमुनोत्री हाईवे पर भारी नुकसान
स्याना चट्टी के पास हाईवे दोनों ओर से मलबा और बोल्डर गिरने के कारण पूरी तरह बंद है।
करीब 25 मीटर तक सड़क धंस चुकी है।
ईई मनोज रावत ने बताया कि दोनों स्थानों पर हाईवे बहाली का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
🛑 केदारनाथ यात्रा दो बार रोकी गई
रविवार रात से केदारघाटी और आसपास के इलाकों में मूसलधार बारिश हुई, जो सोमवार सुबह 10 बजे तक जारी रही।
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर मुनकटिया में मार्ग बाधित हुआ, और पैदल मार्ग भी संवेदनशील बना रहा।
सुबह 11 बजे के बाद मौसम में सुधार हुआ, तब करीब 4,000 यात्रियों को सोनप्रयाग से रवाना किया गया।
लेकिन शाम 5 बजे मौसम फिर बिगड़ा, और यात्रा फिर से रोक दी गई।
🚧 अन्य मार्गों की स्थिति
गंगोत्री हाईवे: 4.5 घंटे बाधित
बदरीनाथ हाईवे: 2 घंटे बाधित
इन मार्गों पर भी बारिश के चलते भूस्खलन और सड़क धंसाव की घटनाएं सामने आई हैं।
🚶 यात्रियों की मदद में जुटे सुरक्षाबल
एनएच विभाग, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें सक्रिय
मुनकटिया में जेसीबी से मलबा हटाकर मार्ग बहाल किया गया
सोनप्रयाग, गौरीकुंड, जंगलचट्टी, भीमबली, रामबाड़ा और लिनचोली में जवानों ने यात्रियों को सुरक्षित रास्ता पार कराया
⚠️ प्रशासन की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मौसम और मार्ग की स्थिति पर नजर रखें और प्रशासन की सलाह के अनुसार यात्रा करें।