उत्तराखंड की चारधाम यात्रा को लेकर दुनियाभर में उत्साह चरम पर है। यात्रा के लिए अब तक 28 लाख से अधिक श्रद्धालु पंजीकरण कर चुके हैं, जिनमें 150 से ज्यादा देशों के 31,581 विदेशी यात्री शामिल हैं। यह दिखाता है कि हिमालय की गोद में बसे आध्यात्मिक धामों की आस्था की डोर अब वैश्विक हो चली है।
सबसे अधिक पंजीकरण अमेरिका (5864), नेपाल (5728), ऑस्ट्रेलिया (1259), कनाडा (888), यूके (1559), मॉरिशस (837), और मलेशिया सहित कई अन्य देशों से हुए हैं। इंडोनेशिया से भी 327 लोगों ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है।
प्रदेश के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही सिखों के पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब की यात्रा को लेकर भी देश-विदेश में जबरदस्त उत्साह है। पर्यटन विभाग के पंजीकरण आंकड़े इस आस्था की पुष्टि करते हैं।
चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से हो चुकी है और 14 मई तक 7.18 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। ऑनलाइन स्लॉट सीमित होने के कारण अब ऑफलाइन पंजीकरण में भी भारी वृद्धि देखी जा रही है। हरिद्वार, ऋषिकेश, हरबर्टपुर और विकासनगर जैसे प्रमुख पंजीकरण केंद्रों पर प्रतिदिन 18,000 से अधिक यात्रियों का पंजीकरण हो रहा है।
पंजीकरण के नोडल अधिकारी योगेंद्र गंगवार के अनुसार, चारधाम यात्रा में भाग लेने के लिए दुनिया के लगभग हर कोने से लोग रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। यह न केवल उत्तराखंड के धार्मिक महत्व को दर्शाता है, बल्कि राज्य की वैश्विक पर्यटन पहचान को भी मजबूत करता है।