चमोली/जोशीमठ: उत्तराखंड के चमोली जिले के अंतर्गत आने वाले ज्योतिर्मठ (जोशीमठ) की सीमांत नीति घाटी से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। यहाँ के एक गांव में अचानक लगी भीषण आग ने कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया। ऊंचाई वाले क्षेत्र और अत्यधिक ठंड के बीच भड़की इस आग से ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही ITBP (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) और स्थानीय पुलिस के जवानों ने मौके पर पहुँचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
घटना का विवरण: आग का तांडव
- अचानक भड़की लपटें: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग इतनी तेजी से फैली कि जब तक ग्रामीण कुछ समझ पाते, तब तक कई मकान इसकी चपेट में आ चुके थे। पहाड़ी क्षेत्रों में घरों के निर्माण में लकड़ी का अत्यधिक उपयोग होने के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।
- विकट परिस्थितियाँ: नीति घाटी एक दुर्गम और सीमांत क्षेत्र है, जहाँ दमकल विभाग की गाड़ियों का तत्काल पहुँचना चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसे में स्थानीय संसाधनों और जवानों की तत्परता ही बचाव का एकमात्र सहारा बनी।
- ITBP की भूमिका: सीमा पर तैनात ITBP के जवानों ने साहस का परिचय देते हुए ग्रामीणों के साथ मिलकर आग बुझाने का काम शुरू किया और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
राहत और बचाव के प्रयास
- सुरक्षित निकासी: सबसे पहले घरों के भीतर मौजूद बुजुर्गों और बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया।
- आग पर नियंत्रण: शून्य से नीचे के तापमान के बावजूद, जवानों ने बर्फीले पानी और मिट्टी का उपयोग कर आग को अन्य घरों तक फैलने से रोका।
- प्रशासनिक मदद: जिला प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के लिए तत्काल भोजन और तिरपाल (Shelter) की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
आग लगने का संभावित कारण
हालांकि अभी तक आग लगने के सटीक कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्राथमिक तौर पर इसे शॉर्ट सर्किट या ठंड से बचने के लिए जलाई गई अंगीठी से जोड़कर देखा जा रहा है। राजस्व विभाग की टीम नुकसान का आकलन करने के लिए मौके पर पहुँच रही है ताकि प्रभावितों को मुआवजा दिया जा सके।





