Friday, November 28, 2025

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चक्रवात ‘सेंयार’ और बंगाल की खाड़ी में बने दबाव से दक्षिण भारत में संकट गहराया

दक्षिण भारत इन दिनों मौसम की दोहरी मार झेल रहा है। एक ओर चक्रवात ‘सेंयार’ तेजी से समुद्री क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी में बना गहरा दबाव व्यापक क्षेत्रों के मौसम को प्रभावित कर रहा है। दोनों मौसमीय प्रणालियों के मिलते प्रभाव से तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, कर्नाटक और तेलंगाना में स्थिति गंभीर होती जा रही है।

मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात सेंयार समुद्र में मजबूत हो रहा है और इसके प्रभाव से तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी वर्षा की संभावना बढ़ गई है। कई स्थानों पर अगले 24 से 48 घंटों के भीतर अत्यधिक भारी बारिश दर्ज हो सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने का खतरा है। वहीं बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण दक्षिणी प्रायद्वीप में व्यापक बादल छाए हुए हैं, जिससे लगातार वर्षा और तेज हवाओं की स्थिति बन रही है।

तमिलनाडु के तटीय जिलों में रविवार रात से ही भारी बारिश का दौर जारी है। कई निचले इलाकों में पानी भर गया है, जिसके चलते स्थानीय प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट कर दिया है। चेन्नई, नागपट्टिनम, पुडुचेरी और कुड्डालोर में स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।

आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटीय क्षेत्रों में भी तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की आशंका जताई गई है। राज्य सरकार ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी है और तटीय गांवों में सतर्कता बढ़ा दी है। विशाखापट्टनम और श्रीकाकुलम जिलों में प्रशासन ने राहत शिविर स्थापित किए हैं ताकि जरूरत पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।

कर्नाटक और तेलंगाना में भी बारिश का दौर जारी है। बेंगलुरु में कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती और सड़क अवरोध जैसी समस्याएं सामने आई हैं। मौसम विभाग ने दोनों राज्यों में अगले दो दिनों तक भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है।

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में तैनात कर दी गई हैं। इन इलाकों में संभावित बाढ़, पेड़ों के गिरने और भवनों को नुकसान पहुंचने की आशंका को देखते हुए सभी एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि चक्रवात सेंयार और बंगाल की खाड़ी के दबाव का संयुक्त प्रभाव अगले दो दिनों तक जारी रह सकता है। इसके चलते भारी वर्षा, समुद्र में उफान, तटीय कटाव और परिवहन सेवाओं में व्यवधान जैसे हालात पैदा हो सकते हैं।

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें, मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय अधिकारियों से तुरंत संपर्क करें। दक्षिण भारत में बदलते मौसम की इस गंभीर स्थिति पर सभी राज्यों की एजेंसियां लगातार नजर बनाए हुए हैं।

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