चंपावत। उत्तराखंड के सीमांत जनपद चंपावत को एक बार फिर बड़ी सौगात मिली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को जिले में 115 करोड़ रुपये की लागत से 43 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ और लोकार्पण किया। इन योजनाओं के तहत सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, पर्यटन और ग्रामीण विकास से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चंपावत अब विकास की नई दिशा में आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हर क्षेत्र में बुनियादी सुविधाएं मजबूत हों और लोगों को घर के पास ही रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें। उन्होंने कहा कि चंपावत को मॉडल जिला बनाने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं। उन्होंने कहा कि सीमांत इलाकों के विकास के लिए विशेष योजनाएं तैयार की जा रही हैं ताकि युवाओं को पलायन न करना पड़े। धामी ने बताया कि सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चंपावत में नई परियोजनाएं शुरू कर रही है, जिससे स्थानीय लोगों को आजीविका के अवसर मिलेंगे।
सीएम ने कहा कि राज्य में विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने प्रक्रियाओं को सरल बनाया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी योजनाएं समयबद्ध रूप से पूरी हों और जनता को उनके लाभ का सीधा फायदा मिले।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जनता से संवाद करते हुए कहा कि सरकार “डबल इंजन की सरकार” के वादे के अनुरूप काम कर रही है और उत्तराखंड को 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे। जनसमूह ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया और विकास कार्यों के लिए आभार व्यक्त किया।





