1नई दिल्ली/रायपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी सफलता की घोषणा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ का अबूझमाड़ क्षेत्र अब पूरी तरह नक्सल मुक्त हो चुका है। उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में कुल 258 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिनमें कई वांछित कमांडर और जन मिलिशिया सदस्य शामिल हैं। शाह ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के सबसे लंबे समय से चल रहे इस उग्रवादी आंदोलन के सफाए की दिशा में निर्णायक कदम है।
गृह मंत्री ने बताया कि अबूझमाड़, जिसे दशकों से नक्सलियों का सबसे सुरक्षित गढ़ माना जाता था, में अब सुरक्षा बलों ने पूर्ण नियंत्रण स्थापित कर लिया है। शाह ने कहा, “आज यह गर्व का विषय है कि जिस इलाके में कभी सरकार की पहुंच नहीं थी, वहां अब स्कूल, सड़क, बिजली और स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंच चुकी हैं। यह नक्सलवाद के अंत की शुरुआत है।”
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के संयुक्त प्रयासों, सुरक्षा एजेंसियों की सूझबूझ भरी रणनीति और स्थानीय जनता के सहयोग से नक्सली गतिविधियों में बड़ी गिरावट आई है। शाह ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 20 से अधिक क्षेत्रीय कमांडर, 50 से ज्यादा जनमिलिशिया सदस्य और कई कुख्यात कैडर शामिल हैं, जिन पर लाखों रुपये के इनाम थे।
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास को सुरक्षा नीति का केंद्र बिंदु बनाया है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ बंदूक से लड़ाई जीतना नहीं, बल्कि जन-जन का विश्वास जीतना है। अबूझमाड़ में विकास की गूंज नक्सलवाद के आखिरी सुरों को डूबो देगी।”
अमित शाह ने सुरक्षा बलों की सराहना करते हुए कहा कि पिछले दस वर्षों में नक्सल हिंसा की घटनाओं में 80 प्रतिशत की कमी आई है और अधिकांश प्रमुख नक्सल क्षेत्र अब सामान्य जीवन की ओर लौट रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार का लक्ष्य 2026 तक पूरे देश को नक्सल मुक्त घोषित करना है।
इस दौरान शाह ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों से समाज की मुख्यधारा में लौटकर विकास में भागीदार बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उनके पुनर्वास के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी, ताकि वे सम्मानपूर्वक जीवन बिता सकें।