Saturday, July 26, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

गाजा युद्धविराम वार्ता से अमेरिका का किनारा, हमास पर आरोप; भूख से बेहाल गाजा में हालात गंभीर

गाजा पट्टी में डेढ़ साल से जारी भीषण संघर्ष के बीच एक बार फिर युद्धविराम की संभावनाओं को गहरा झटका लगा है। अमेरिका ने गुरुवार को कतर में चल रही युद्धविराम वार्ता से खुद को अलग करते हुए अपनी मध्यस्थता टीम को वापस बुला लिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने इस फैसले की जानकारी देते हुए हमास पर बातचीत में असहयोग और ईमानदारी की कमी का आरोप लगाया।

अमेरिका का रुख बदला, हमास पर साधा निशाना

विटकॉफ ने कहा कि हमास समन्वित ढंग से नहीं चल रहा और ना ही वह वार्ता के प्रति गंभीर है। उन्होंने आरोप लगाया कि हमास की हालिया प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि वह युद्धविराम में दिलचस्पी नहीं रखता। विटकॉफ ने संकेत दिया कि अमेरिका अब बंधकों को छुड़ाने और मानवीय हालात सुधारने के लिए अन्य विकल्पों पर विचार करेगा, हालांकि उन्होंने स्पष्ट नहीं किया कि ये विकल्प क्या होंगे।

इस्राइल ने भी वार्ता से हटाई टीम

अमेरिका के फैसले के बाद इस्राइल ने भी अपनी वार्ता टीम को कतर से वापस बुला लिया। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने अमेरिका, कतर और मिस्र के प्रयासों की सराहना की, लेकिन बातचीत से हटने के कारणों पर चुप्पी बनाए रखी।

क्या था प्रस्ताव?

वार्ता में एक 60 दिन का युद्धविराम प्रस्तावित किया गया था, जिसके तहत:

  • हमास 10 जीवित बंधकों और 18 मृतकों के शवों को चरणबद्ध तरीके से छोड़ता,
  • इस्राइल कुछ फलस्तीनी कैदियों को रिहा करता और
  • गाजा में मानवीय सहायता को बढ़ाया जाता।

लेकिन विवाद की मुख्य वजह बनी हमास की शर्त कि इस्राइल को पूरी तरह पीछे हटना होगा और युद्ध समाप्त करना होगा, जबकि इस्राइल हमास के सत्ता छोड़ने और हथियार डालने की मांग पर अड़ा रहा।

गाजा में मानवीय संकट गहराया

गाजा में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। हाल ही में भोजन की तलाश में जुटे लोगों पर हुए हमले में कम से कम 85 फलस्तीनी मारे गए, जो अब तक का सबसे भयावह दिन बताया जा रहा है।

  • संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, करीब 1 लाख महिलाएं और बच्चे गंभीर कुपोषण का शिकार हैं।
  • गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भूख से मौत के मामलों में वृद्धि की पुष्टि की है।
  • 100 से अधिक मानवाधिकार संगठनों और 28 पश्चिमी देशों ने इस्राइल से युद्ध समाप्त करने की मांग की है।

सहायता को लेकर भी विवाद

इस्राइल का कहना है कि वह पर्याप्त सहायता भेज रहा है, लेकिन यूएन एजेंसियों के मुताबिक इस्राइली पाबंदियों और सुरक्षा स्थिति के कारण सहायता गाजा तक नहीं पहुंच पा रही। दूसरी ओर, अमेरिका ने अपने राहत प्रयासों का बचाव करते हुए कहा कि गाजा में अब तक 9 करोड़ भोजन पैकेट पहुंचाए गए हैं।

ट्रंप की मध्यस्थता को झटका

डोनाल्ड ट्रंप इस वार्ता को अपनी वैश्विक शांति पहल का हिस्सा मानते थे। उन्होंने इस्राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से व्हाइट हाउस में मुलाकात भी की थी, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका। रूस-यूक्रेन युद्ध की तरह गाजा संघर्ष को लेकर भी उनकी कूटनीति अब तक परिणामविहीन रही है।

Popular Articles