गाजा में युद्धविराम की कोशिश को परवान चढ़ाने की नीयत से अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन एक बार फिर अरब देशों की यात्रा पर हैं। संभावना उनके इजरायल आने की भी है। ब्लिंकन की यह यात्रा तब हो रही है जब इजरायल ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी कीमत पर हमास के खिलाफ युद्ध खत्म नहीं करेगा।
इस बीच, गाजा सिटी के अल शिफा अस्पताल में और उसके आसपास लड़ाई और तेज हो गई है। अस्पताल परिसर से इजरायली सैनिकों पर हमले कर रहे हमास के 50 से ज्यादा लड़ाके गुरुवार को मारे गए हैं। यहां पर दो इजरायली सैनिकों की भी मौत हुई है। गाजा पट्टी के सबसे बड़े शहर गाजा सिटी के मध्य में ताजा लड़ाई का दौर चार दिन पहले शुरू हुआ था। अस्पताल परिसर में इजरायली सेना प्रवेश कर गई है।
बीते दो दिनों में यहां पर करीब 150 लड़ाके मारे गए हैं। इसके अतिरिक्त अन्य स्थानों पर भी इजरायली सेना के हमले जारी हैं। इन हमलों में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 32 हजार हो गई है। इजरायली सेना के प्रवक्ता रीयर एडमिरल डैनियल हागारी ने कहा है कि अल शिफा अस्पताल में हमास और इस्लामिक जिहाद के बहुत सारे आतंकी और सीनियर कमांडर छिपे हुए हैं, वे वहीं से हमले कर रहे हैं।
ब्लिंकन ने सऊदी अरब से शुरू किया था अपना दौरा ब्लिंकन ने अरब देशों का अपना ताजा दौरा बुधवार को सऊदी अरब से शुरू किया था। वहां पर उन्होंने प्रधानमंत्री व क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की थी और गाजा की स्थिति पर चर्चा की थी। ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका गाजा में युद्धविराम के लिए कोशिश कर रहा है। युद्धविराम होने पर रमजान के महीने में खाद्य सामग्री की कमी झेल रहे लोगों को स्वत: राहत मिल जाएगी। अमेरिका ने इस बाबत प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है जिसे निकट भविष्य में संयुक्त राष्ट्र में पेश किया जाएगा।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने की मिस्र के राष्ट्रपति से मुलाकात
ब्लिंकन ने गुरुवार को इस बाबत काहिरा पहुंचकर मिस्र के राष्ट्रपति आब्देल फतह अल-सीसी से भी वार्ता की। अल-सीसी ने ब्लिंकन को चेताया है कि रफाह में इजरायली सैन्य कार्रवाई के भयंकर दुष्परिणाम होंगे। मिस्त्र सीमा पर स्थित रफाह शहर में गाजा के बाकी हिस्सों से भागकर आए करीब 14 लाख लोग शरण लिए हुए हैं।