अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में गाज़ा के एक चर्च और सीरिया पर इस्राइल द्वारा किए गए हमलों पर नाराज़गी जताई है। उन्होंने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात कर हालात सुधारने की सलाह दी और गाज़ा में चर्च पर हमले को गलती मानने वाला बयान जारी करने को कहा।
चर्च पर हमले पर जताई सख्त आपत्ति
गुरुवार को इस्राइली हमले में गाज़ा स्थित एक कैथोलिक चर्च को नुकसान पहुंचा था। ट्रंप ने इसे लेकर तुरंत आपत्ति दर्ज कराई थी। नेतन्याहू ने ट्रंप के कहने पर एक सार्वजनिक बयान में चर्च पर हमला ‘एक गलती’ बताया।
सीरिया पर हमले से भी असहमति
ट्रंप सीरिया पर इस्राइली हमलों से भी नाखुश हैं। हाल ही में सऊदी दौरे के दौरान ट्रंप की मुलाकात सीरियाई नेता अहमद अल शरा से हुई थी, जिसमें सीरिया में स्थिरता पर चर्चा हुई थी। इस पृष्ठभूमि में हुए हमले ने व्हाइट हाउस को असहज कर दिया। प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट के अनुसार, “राष्ट्रपति ट्रंप हमलों से अचंभित हैं और उन्होंने नेतन्याहू से स्पष्ट शब्दों में कहा कि हालात तुरंत सुधारे जाएं।”
ट्रंप–नेतन्याहू रिश्तों में तल्खी
हालांकि अमेरिका और इस्राइल रणनीतिक साझेदार हैं, लेकिन ट्रंप और नेतन्याहू का आपसी रिश्ता जटिल माना जाता है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, ट्रंप नेतन्याहू के हालिया अमेरिकी दौरे से भी असंतुष्ट थे क्योंकि इस दौरान गाज़ा संघर्षविराम पर कोई ठोस घोषणा नहीं की गई। ट्रंप ने अपने चुनावी वादे में गाज़ा युद्धविराम कराने का संकल्प लिया था, जिसमें अभी तक सफलता नहीं मिली है।
युद्धविराम समझौते पर गतिरोध जारी
इस्राइल और हमास के बीच संघर्षविराम को लेकर कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस सहमति नहीं बन सकी है। नेतन्याहू के हालिया अमेरिका दौरे से बिना किसी घोषणा के लौटने से ट्रंप और अधिक नाराज़ नजर आ रहे हैं।