उत्तराखंड में चीन (तिब्बत) सीमा से जोड़ने वाला ज्योतिर्मठ-मलारी-नीती हाईवे गमशाली में उफान पर आए गदेरे के कारण बुधवार शाम से बंद हो गया है। हाईवे बंद होने से सेना के वाहनों की आवाजाही भी ठप हो गई है। अंधेरा होने के कारण सीमा सड़क संगठन (BRO) की जेसीबी मौके पर पहुंचकर भी मार्ग नहीं खोल सकी।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि हाईवे खोलने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है और गुरुवार सुबह तक मार्ग बहाल कर दिया जाएगा।
पंती गदेरे से हटाया जा रहा मलबा
वहीं, नारायणबगड़ ब्लॉक के पंती कस्बे के लिए खतरा बने गदेरे से मलबा हटाने का कार्य सिंचाई विभाग ने शुरू कर दिया है। बीते साल अतिवृष्टि के कारण गदेरा उफान पर आ गया था, जिससे आवासीय बस्तियों, कृषि भूमि और विद्युत सबस्टेशन को नुकसान पहुंचा था। इसके बाद से स्थानीय लोग लगातार प्रशासन से मलबा हटाने की मांग कर रहे थे।
हाल ही में एसडीएम पंकज भट्ट ने मौके का निरीक्षण किया, जिसके बाद जेसीबी मशीन से मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया। पंती निवासी मनमोहन सिंह नेगी ने बताया कि प्रशासन की ओर से की जा रही कार्रवाई से लोगों को राहत मिली है।
सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता शुभम डोभाल ने जानकारी दी कि जल्द ही गदेरे से संपूर्ण मलबा हटाकर क्षेत्र को सुरक्षित किया जाएगा।