भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जानकारी दी है कि तूफान मोंथा अब आंध्र प्रदेश के तट के निकट पहुँच चुका है और इसे गंभीर चक्रवाती तूफान की श्रेणी में रखा गया है। यह तूफान वर्तमान में बंगाल की खाड़ी के मध्य-पश्चिमी हिस्से में सक्रिय है और उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में आंध्र तट की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, इसकी अधिकतम सतही गति 90 से 100 किमी प्रति घंटा तक है, जबकि कुछ स्थानों पर झोंकों की रफ्तार 110 किमी प्रति घंटा तक पहुँच सकती है। हालाँकि, 200 किमी प्रति घंटा की गति के दावे की किसी स्रोत से पुष्टि नहीं हुई है।
तटीय जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है और एहतियातन प्रशासन ने करीब 50,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। प्रभावित क्षेत्रों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, जबकि हवाई और रेल सेवाओं पर भी असर पड़ा है। समुद्र में ऊँची लहरें उठ रही हैं और मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी गई है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है, जिसमें 7 से 20 सेंटीमीटर तक वर्षा दर्ज की जा सकती है। तेज हवाओं के कारण पेड़ों के गिरने, बिजली आपूर्ति बाधित होने और तटवर्ती क्षेत्रों में जलभराव की संभावना है।
अगले 24 से 36 घंटे इस तूफान के लिए सबसे संकटपूर्ण समय माने जा रहे हैं। इस दौरान तूफान तट से टकराने के बाद अंदरूनी हिस्सों की ओर बढ़ेगा। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे निचले और तटीय क्षेत्रों से दूर सुरक्षित स्थानों पर जाएँ, सरकारी अलर्ट सिस्टम पर ध्यान दें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।
स्थानीय प्रशासन, आपदा प्रबंधन दल और राहत एजेंसियाँ पूरी तरह सतर्क हैं तथा बचाव कार्यों के लिए आवश्यक उपकरण और संसाधन तैनात किए गए हैं।


