पाकिस्तानी सेना ने अफगानिस्तान की सीमा से खैबर पख्तूनख्वा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे आठ आतंकियों को मार गिराया। जबकि चार आतंकी घायल हो गए। आतंकी प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के बताए जा रहे हैं। पिछले एक साल में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी गई है। सेना की मीडिया सेल ने बताया कि पांच-छह अप्रैल की रात को पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा से घुसपैठ की कोशिश कर रहे ख्वारिज के एक समूह (आतंकियों) को उत्तरी वजीरिस्तान के हसन खेल के सामान्य क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने पकड़ा। इस दौरान भीषण गोलीबारी में आठ आतंकी मारे गए और चार अन्य घायल हो गए। पाकिस्तान की इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन ने कहा कि पाकिस्तान लगातार अफगान सरकार से सीमा के अपने हिस्से पर प्रभावी सीमा प्रबंध करने के लिए कह रहा है। उम्मीद है कि काबुल अपने दायित्वों को पूरा करेगा और टीटीपी द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ आतंकी कृत्यों को अंजाम देने के लिए अफगान धरती के इस्तेमाल को नकार देगा।
आईएसपीआर ने कहा कि पाकिस्तान के सुरक्षा बल अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखने और देश से आतंक के खतरे को मिटाने के लिए संकल्पित हैं। सेना ने कहा कि क्षेत्र में पाए जाने वाले किसी भी आतंकियों को खत्म करने के लिए अभियान भी चलाया जा रहा है। मार्च में अफगानिस्तान से पाकिस्तान में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे कम से कम 16 आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। इससे पहले पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने खैबर पख्तूनख्वा में फ्रंटियर कॉर्प्स कैंप के चेकपोस्ट पर आतंकी हमले को नाकाम कर दिया और 10 आतंकवादियों को मार गिराया था। पाकिस्तान में पिछले महीने आतंकी हमलों में इजाफा हुआ है। पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (PICSS) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च में देश में आतंकी हिंसा और सुरक्षा अभियान तेज हो गए और नवंबर 2014 के बाद पहली बार आतंकी हमलों की संख्या 100 को पार कर गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि खैबर पख्तूनख्वा में 206 लोग मारे गए, जिनमें 49 सुरक्षाकर्मी, 34 नागरिक और 123 आतंकी शामिल हैं। जबकि 115 घायल हुए, जिनमें 63 सुरक्षाकर्मी और 49 नागरिक शामिल हैं।
वैश्विक आतंकवाद सूचकांक 2025 में पाकिस्तान दूसरे स्थान पर है, जहां आतंकी हमलों में मौतों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में 45 प्रतिशत बढ़कर 1,081 हो गई है।