नई दिल्ली/ब्यूरो: उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड के साथ अब घने कोहरे ने दस्तक दे दी है, जिसका सबसे बुरा असर भारतीय रेलवे के परिचालन पर देखने को मिल रहा है। विजिबिलिटी (दृश्यता) कम होने के कारण रेल यातायात पूरी तरह चरमरा गया है। रेलवे प्रशासन ने सुरक्षा कारणों के चलते आज 7 महत्वपूर्ण ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया है, जबकि दर्जनों ट्रेनें अपने निर्धारित समय से काफी देरी से चल रही हैं।
यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें, स्टेशनों पर भारी भीड़
भीषण कोहरे के कारण लंबी दूरी की ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है। मुख्य रेल मार्गों पर चलने वाली कई प्रतिष्ठित ट्रेनें एक से तीन घंटे की देरी से अपने गंतव्य पर पहुंच रही हैं। ट्रेनों के लेट होने और अचानक रद्द होने की वजह से रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है। विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और बीमार यात्रियों को कड़ाके की ठंड में घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
इन रूटों पर पड़ा सबसे ज्यादा असर
रेलवे विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और बिहार से आने-जाने वाली ट्रेनों पर कोहरे का सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है। घने कोहरे के कारण लोको पायलटों को सिग्नल देखने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते सुरक्षा की दृष्टि से ट्रेनों की गति को काफी धीमा कर दिया गया है।
रेलवे की तैयारी और फॉग डिवाइस का उपयोग
हालात को देखते हुए रेलवे ने प्रभावित रूटों पर ‘फॉग सेफ्टी डिवाइस’ का उपयोग बढ़ा दिया है। यह डिवाइस लोको पायलट को आने वाले सिग्नल की सटीक दूरी बताता है। हालांकि, शून्य दृश्यता की स्थिति में यह तकनीक भी ट्रेनों को समय पर चलाने में पूरी तरह सक्षम साबित नहीं हो रही है।
रेलवे का सुझाव: “यात्री घर से निकलने से पहले रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट, ‘नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम’ (NTES) या हेल्पलाइन नंबर 139 के माध्यम से अपनी ट्रेन की वर्तमान स्थिति की जांच अवश्य कर लें।”





