कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। शहर के एक रिहायशी इलाके में स्थित मकान में भीषण आग लगने से एक ही परिवार के चार सदस्यों की जलकर मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब पूरा परिवार गंगा पूजा के बाद गहरी नींद में सोया हुआ था। चीख-पुकार सुनकर जब तक पड़ोसी मदद के लिए पहुँचे, तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था।
घटना का मुख्य विवरण:
- नींद में ही काल बन गई आग: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग देर रात लगी जब परिवार के सदस्य सो रहे थे। धुएं और लपटों के कारण उन्हें बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। मृतकों में पति-पत्नी और उनके दो बच्चे शामिल बताए जा रहे हैं।
- गंगा पूजा के दौरान हादसा: बताया जा रहा है कि घर में गंगा पूजा का आयोजन किया गया था। आशंका जताई जा रही है कि पूजा के लिए जलाए गए दीये या अगरबत्ती से उठी चिंगारी ने आग का रूप ले लिया, जिसने धीरे-धीरे पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया।
राहत और बचाव कार्य:
- दमकल विभाग की मशक्कत: सूचना मिलने के तुरंत बाद दमकल की कई गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं। संकरी गलियां होने के कारण दमकलकर्मियों को आग बुझाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक सब कुछ राख हो चुका था।
- शवों की बरामदगी: आग बुझने के बाद जब तलाशी ली गई, तो घर के अंदर से चार बुरी तरह झुलसे हुए शव बरामद हुए। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और शिनाख्त की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
जांच के बिंदु:
- शॉर्ट सर्किट या दीया: पुलिस और फॉरेंसिक टीम इस बात की बारीकी से जांच कर रही है कि आग लगने का वास्तविक कारण क्या था। शुरुआती तौर पर इसे पूजा के दीये से जुड़ी दुर्घटना माना जा रहा है, लेकिन शॉर्ट सर्किट की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
- दमकल सुरक्षा मानकों का अभाव: प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि मकान में आग से बचाव के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं थे, जिसके कारण लपटें तेजी से फैलीं।
इलाके में शोक की लहर: इस घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। मुख्यमंत्री और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनाएं जताई हैं। प्रशासन ने प्रभावितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
कोलकाता की इस त्रासदी ने त्योहारों और पूजा-पाठ के दौरान अग्नि सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता को एक बार फिर रेखांकित किया है। एक छोटी सी लापरवाही ने हंसते-खेलते परिवार को हमेशा के लिए खत्म कर दिया।





