भारत के सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल 33 देशों की राजधानियों का दौरा कर रहे हैं। अलग-अलग दलों में शामिल 51 सांसदों के अलावा कई राजनयिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री और नौकरशाह ‘टीम इंडिया’ की तरह पाकिस्तानी दुष्प्रचार को धराशायी करने में जुटे हैं। इन शिष्टमंडलों में शामिल सभी लोग दहशतगर्दों के पनाहगाह पाकिस्तान और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार की नीतियों को अलग-अलग मंचों पर बेनकाब कर रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद नीत शिष्टमंडल फ्रांस-इटली के बाद कोपेनहेगन पहुंचा है। अन्य दल सिएरा लियोन, पनामा, ग्रीस, बहरीन, कतर, रूस, जापान और यूएई जैसे देशों का दौरा कर चुके हैं। वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की कूटनीतिक मुहिम जारी है।
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने का संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस बात को कई बार दोहरा चुके हैं कि अब किसी भी दहशतगर्द के कायराना कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि भारत किसी भी आतंकी वारदात को ‘एक्ट ऑफ वॉर’ की तरह समझेगा और माकूल जवाब दिया जाएगा। इसी नीति से पूरी दुनिया को अवगत कराने की कवायद के तहत सरकार ने सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों का गठन किया है। भारत से अब तक छह शिष्टमंडल रूस, जापान, यूएई, कतर और गुयाना जैसे देशों में जाकर अलग-अलग मंचों पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब कर चुके हैं।