मॉस्को। दुनिया भर में जानलेवा बीमारी कैंसर का इलाज खोजने की कोशिशें लंबे समय से जारी हैं। अब रूस ने दावा किया है कि वह कैंसर के लिए ऐसा टीका विकसित कर रहा है, जो 100 प्रतिशत तक असरदार हो सकता है। रूसी वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वैक्सीन न केवल बीमारी को रोकने में मदद करेगी, बल्कि पहले से कैंसर से पीड़ित मरीजों के इलाज में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल अंतिम चरण में है और शुरुआती नतीजे बेहद उत्साहजनक रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वैक्सीन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को इस तरह तैयार करती है कि वह कैंसर कोशिकाओं की पहचान कर उन्हें नष्ट कर सके।
जानकारों के मुताबिक, पारंपरिक इलाज जैसे कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी जहां शरीर पर भारी असर डालते हैं, वहीं यह वैक्सीन एक अपेक्षाकृत सुरक्षित विकल्प साबित हो सकती है। इससे मरीजों को लंबे समय तक चलने वाले दर्दनाक उपचारों से भी राहत मिल सकती है।
वैक्सीन पर काम कर रही टीम का कहना है कि आने वाले दो से तीन वर्षों में इसे बाजार में उतारा जा सकता है। हालांकि, इसे वैश्विक स्तर पर उपलब्ध कराने से पहले अंतरराष्ट्रीय नियामक एजेंसियों की मंजूरी जरूरी होगी।
कैंसर विशेषज्ञों ने इस दावे को उत्साहजनक तो बताया है, लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि फिलहाल इसे लेकर ज्यादा उम्मीदें बांधना जल्दबाजी होगी। उनका मानना है कि वैक्सीन के व्यापक ट्रायल और वैज्ञानिक समीक्षा के बाद ही इसके वास्तविक असर का पता चल पाएगा।
गौरतलब है कि दुनिया के कई देश कैंसर वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन और जापान में भी इस दिशा में शोध चल रहे हैं। लेकिन रूस का दावा है कि उसका टीका अब तक के सबसे उन्नत प्रयासों में से एक है।
यदि यह वैक्सीन सफल होती है तो यह कैंसर के खिलाफ जंग में ऐतिहासिक उपलब्धि होगी और लाखों मरीजों की जिंदगी बचाने में मददगार साबित हो सकती है।