इस वर्ष नौ जुलाई को केदारनाथ विधानसभा की विधायक शैलारानी रावत के निधन से यह सीट खाली हो गई थी। 20 नवंबर को इस सीट पर उपचुनाव हुए। 90 हजार से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मैदान में उतरे छह प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला आज होगा। केदारनाथ विधानसभा उप निर्वाचन की मतगणना कड़ी सुरक्षा के बीच जारी है।भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक विनोद शेषन एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार की देखरेख में मतगणा की जा रही है।केदारनाथ उपचुनाव की मतगणना शुरू हो गई है। पहले पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी। छह प्रत्याशियों का भविष्य दांव पर है।केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव का परिणाम भाजपा और कांग्रेस की 2027 की राह भी तय करेगा। साथ ही दोनों के प्रत्याशियों के राजनीतिक जीवन के लिए भी यह उपचुनाव परिणाम अहम है। राज्य बनने के बाद हुए विस चुनाव में अभी तक केदारनाथ विस चुनाव में तीन बार भाजपा और दो बार कांग्रेस को जीत मिली है। बीते दो विस चुनाव में निर्दलीय ने दोनों दलों के पसीने छुड़ाए थे।