2179 यात्रियों को जंगल के रास्ते सुरक्षित पहुंचाया गया सोनप्रयाग, राज्य में 62 सड़कें अब भी बंद
देहरादून/रुद्रप्रयाग। भूस्खलन के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग पर फंसे करीब 800 श्रद्धालुओं को NDRF, SDRF और पुलिस की टीमों ने गुरुवार सुबह तक सुरक्षित निकाल लिया।
राज्य आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि भारी बारिश की चेतावनी के बीच राहत और बचाव कार्य सतर्कता से चल रहे हैं और चारधाम मार्ग अधिकांशतः खुले हुए हैं।
गुरुवार सुबह तक 60-70 श्रद्धालु अभी भी फंसे हुए हैं, जबकि आज सुबह 200 यात्री बाबा केदार के दर्शन कर वापस लौटे।
2179 श्रद्धालुओं को जंगल के रास्ते निकाला गया
बुधवार को NDRF और SDRF की टीमों ने गौरीकुंड से सोनप्रयाग के बीच भारी भूस्खलन के कारण फंसे 2179 यात्रियों को वैकल्पिक कच्चे रास्ते और जंगल के रास्ते से सुरक्षित निकाला।
एसडीआरएफ एसआई आशीष डिमरी के अनुसार, इनमें 1679 पुरुष, 414 महिलाएं और 47 बच्चे शामिल हैं।
टीमों ने हाईवे से करीब 1 किलोमीटर पहले एक अस्थायी पगडंडी बनाकर यात्रियों को जंगल के रास्ते सोनप्रयाग तक पहुंचाया।
62 सड़कें अब भी बंद, मुख्य मार्गों पर बहाली जारी
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, भूस्खलन के कारण प्रदेश में 1 राष्ट्रीय और 2 राज्य मार्ग सहित कुल 62 सड़कें बंद हैं।
- रुद्रप्रयाग-केदारनाथ NH गौरीकुंड–सोनप्रयाग के बीच बंद है।
- उत्तरकाशी और नैनीताल में एक-एक राज्य मार्ग बाधित है।
- सोनप्रयाग–गौरीकुंड मार्ग पर मलबा लगातार हटाया जा रहा है।
राज्य सरकार ने सभी ज़िलों को मौसम अलर्ट मिलने के साथ तुरंत सुरक्षा निर्देश जारी करने को कहा है।