Monday, December 22, 2025

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कुमाऊं के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति: अब मरीजों को मिलेगी रोबोटिक सर्जरी की सुविधा

हल्द्वानी/नैनीताल: उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के मरीजों के लिए राहत की एक बड़ी खबर सामने आई है। चिकित्सा के क्षेत्र में आधुनिक तकनीक को अपनाते हुए क्षेत्र के प्रमुख अस्पताल में अब रोबोटिक सर्जरी की सेवा विधिवत रूप से शुरू कर दी गई है। इस अत्याधुनिक सुविधा के शुरू होने से अब गंभीर बीमारियों के ऑपरेशन के लिए स्थानीय निवासियों को दिल्ली, चंडीगढ़ या ऋषिकेश एम्स के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।

अत्याधुनिक तकनीक से लैस हुआ अस्पताल

कुमाऊं के इस प्रतिष्ठित अस्पताल (जैसे सुशीला तिवारी अस्पताल या प्रमुख निजी संस्थान) में रोबोटिक विंग की स्थापना स्वास्थ्य सेवाओं के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

  • सटीक ऑपरेशन: रोबोटिक आर्म्स के माध्यम से डॉक्टर अब शरीर के उन हिस्सों तक भी आसानी से पहुँच सकेंगे जहाँ पारंपरिक सर्जरी में जोखिम अधिक होता था।
  • विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम: इस सेवा के लिए अस्पताल के सर्जन को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जो कंप्यूटर कंसोल के जरिए रोबोटिक उपकरणों को नियंत्रित करेंगे।

मरीजों को क्या होंगे फायदे?

रोबोटिक सर्जरी सामान्य ओपन सर्जरी या लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की तुलना में कहीं अधिक उन्नत और सुरक्षित मानी जाती है। इसके मुख्य लाभ इस प्रकार हैं:

  1. छोटा चीरा और कम खून: इस तकनीक में बहुत छोटा चीरा लगाया जाता है, जिससे ऑपरेशन के दौरान रक्तस्राव न्यूनतम होता है।
  2. जल्द रिकवरी: कम रक्तस्राव और छोटे घाव के कारण मरीज को अस्पताल से जल्दी छुट्टी मिल जाती है और वह तेजी से स्वस्थ होता है।
  3. कम दर्द और संक्रमण का खतरा: पारंपरिक सर्जरी के मुकाबले इसमें संक्रमण की संभावना बेहद कम होती है और मरीज को दर्द का अनुभव भी कम होता है।

किन बीमारियों में मिलेगी मदद?

अस्पताल प्रशासन के अनुसार, शुरुआती चरण में रोबोटिक तकनीक का उपयोग जटिल सर्जरी के लिए किया जाएगा, जिनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:

  • कैंसर (Oncology): प्रोस्टेट, किडनी और पेट के कैंसर की जटिल गांठों को निकालने में।
  • मूत्र रोग (Urology): गुर्दे की पथरी और अन्य जटिल विकारों के लिए।
  • स्त्री रोग (Gynecology): गर्भाशय से जुड़ी जटिल सर्जरी।

स्वास्थ्य सुविधाओं का होता विस्तार

कुमाऊं में इस सेवा के शुरू होने से न केवल नैनीताल, बल्कि अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत और बागेश्वर जैसे पहाड़ी जिलों के मरीजों को भी सीधा लाभ मिलेगा। अब तक इन क्षेत्रों के मरीजों को जटिल ऑपरेशन के लिए मैदानी क्षेत्रों के बड़े निजी अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता था, जो काफी खर्चीला होता था।

“हमारा उद्देश्य कुमाऊं के लोगों को विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधा उनके घर के पास उपलब्ध कराना है। रोबोटिक सर्जरी के शुरू होने से जटिल से जटिल ऑपरेशन अब यहाँ पूरी सटीकता और सुरक्षा के साथ संभव होंगे।” — अस्पताल प्रबंधन/मुख्य चिकित्सा अधिकारी

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