किस परियोजना में कितना बजट मिला, किस मामले में कोर्ट में सुनवाई होनी है, आज कौन सी बैठक है, किससे मुलाकात तय है… इन सभी सवालों के जवाब अब फाइलों में नहीं बस एक क्लिक पर उपलब्ध हो गए हैं। अधिकारियों और जनता के लिए डिजिटल उत्तराखंड (https://digital.uk.gov.in/) प्लेटफॉर्म तैयार हो चुका है, जो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर काम करता है।
आईएफएमएस पोर्टल को यहां जोड़ा गया है, जिससे विभागों के बजट की निगरानी होगी। बजट खर्च करने का पिछले तीन साल का ट्रेंड पता चलेगा, ताकि अधिकारी नए वित्तीय वर्ष में बेहतर तरीके से बजट खर्च कर सकें। ई-ऑफिस को इसी प्लेटफॉर्म पर लिंक कर दिया गया है। सचिव अब देख सकेंगे कि किस अधिकारी के पास कितनी फाइल कितने समय से लंबित हैं। जैसे ही कोई अधिकारी फाइल को आगे बढ़ाएगा तो तत्काल इस वेबसाइट पर उसकी जानकारी अपडेट भी हो जाएगी।
आईटीडीए की निदेशक नितिका खंडेलवाल ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन 1905, सीपी ग्राम की सभी जानकारी यहां अपडेट होगी। अधिकारी इसी वेबसाइट पर सीएम हेल्पलाइन पर आई शिकायत को पढ़ सकेंगे और उसका निस्तारण कर सकेंगे। अपुणि सरकार की सभी सेवाएं यहां जनता के लिए और अधिकारियों की निगरानी के लिए उपलब्ध करा दी गई हैं।
मुख्यमंत्री की घोषणा पर भी अब तेजी से निगरानी व काम होगा। अधिकारी सीएम घोषणा की प्रगति किसी भी समय एक क्लिक पर देख सकेंगे। वेबसाइट के माध्यम से ई-मीटिंग तय की जा सकेगी। ई-कैबिनेट को भी इसमें जोड़ दिया गया है। अधिकारी एक-दूसरे को मैसेज भी भेज सकेंगे। वहीं, सभी कोर्ट केस की तिथि से लेकर रिमाइंडर तक यहां मिलेगा।
एआई सारांश की सुविधा यहां मिलेगी, जिससे अधिकारी लंबे डॉक्यूमेंट के मुख्य बिंदु एक पल में देख सकेंगे। ये एआई उस डॉक्यूमेंट के मुख्य तथ्यों से अधिकारी को अवगत कराएगा। एआई पाणिनी मल्टीपल लैंग्वेज की सटीक ट्रांसलेशन कर सकता है। भाषिणी से अधिकारी टेक्स को स्पीच में बद सकते हैं, जबकि स्पीच को टेक्स्ट में भी बदल सकते हैं।
डिजिटल उत्तराखंड अधिकारियों व आम जनता के लिए सुरक्षित लॉगिन की सुविधा देगा। अत्याधुनिक तकनीकी से लैस इस प्लेटफॉर्म पर अफसर को उनके विभाग की हर जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध कराई गई है।