नई दिल्ली
बीती रात अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से लेकर भारत की राजधानी दिल्ली-एनसीआर तक धरती हिल गई। भूकंप के तेज झटकों ने लोगों को दहशत में डाल दिया। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई लोग घायल हुए हैं।
भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के पर्वतीय क्षेत्र में बताया जा रहा है, जहां झटकों की तीव्रता अधिक दर्ज की गई। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता करीब 6 से ऊपर रही। झटके इतने तेज थे कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत के उत्तरी हिस्सों तक इसका असर महसूस किया गया।
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कई इलाकों में देर रात लोग घरों से बाहर निकलकर सड़कों पर आ गए। इमारतों में हलचल महसूस होते ही लोग घबराकर सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़े।
अफगानिस्तान से मिली जानकारी के मुताबिक, सबसे ज्यादा नुकसान वहीं हुआ है। कई घर ढह गए और लोग मलबे में दब गए। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। स्थानीय प्रशासन ने मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।
भारत में हालांकि किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन लगातार झटकों के बाद प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस भूकंप का असर कुछ दिनों तक आफ्टरशॉक्स के रूप में जारी रह सकता है।
भूकंप विज्ञानियों का मानना है कि हाल ही में बढ़ी भूकंपीय गतिविधियां भविष्य में किसी बड़े भूकंप की चेतावनी हो सकती हैं। इसलिए सरकार और नागरिकों को सजग और सतर्क रहने की जरूरत है।