कांग्रेस ने श्वेत पत्र के जवाब में भाजपा सरकार की विफलताओं की लंबी फेहरिस्त स्याह पत्र के रूप में जारी की। इसमें भयंकर बेरोजगारी, महंगाई, अर्थव्यवस्था की दिक्कतें, और किसानों की बदहाली के दावे किए गए हैं। सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए पार्टी ने कहा है कि महिलाओं, एससी-एसटी, और ओबीसी के साथ भेदभाव किया जा रहा है। साथ ही, सोशल अन्याय से लेकर राजनीतिक तानाशाही का भी आरोप लगाया गया है। लद्दाख में सीमा पर चीनी अतिक्रमण के बाद बने बफर जोन पर सवाल उठाते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता करने, केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग, गैर-भाजपा शासित राज्यों से भेदभाव करने के साथ लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया गया है।