Saturday, July 5, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

कलाकार कांग्रेस के गुलाम नहीं

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार की सिने कलाकारों के बारे में ‘नट एंड बोल्ट’ वाली टिप्पणी को लेकर विपक्षी भाजपा नाराज हो गई है। राज्य के विपक्ष के नेता आर. अशोक ने कहा कि यह कलाकारों पर निर्भर करता है कि वे राजनीतिक विरोध में शामिल होते हैं या नहीं। यह उपमुख्यमंत्री की बुरी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘कलाकार कांग्रेस पार्टी के गुलाम नहीं हैं और उनके समर्थन के बावजूद फिल्में सफल नहीं हो रही हैं।’ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उनकी पोस्ट का अनुवाद है, ‘कलाकार आपकी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं हैं। कलाकारों के साथ वैसा व्यवहार न करें जैसा आप अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ करते हैं। कलाकारों का सम्मान करना सीखें।’उन्होंने कहा, ‘प्रिय डीके शिवकुमार! यह कांग्रेस पार्टी के विवेक पर निर्भर नहीं है कि फिल्म कलाकार राजनीतिक मार्च में आएंगे या नहीं। आपका यह कहना कि कांग्रेस पार्टी के लिए मार्च करने वाले कलाकारों को मान्यता मिलेगी, अन्यथा नहीं, आपकी स्थिति को गौरवान्वित नहीं करता है।’

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में धमकियों और गुंडागर्दी का कोई स्थान नहीं है। भाजपा सरकार ने फिल्म उद्योग को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की थी। अगर अभिनेता अंबरीश आज जीवित होते, तो वे इसका उचित जवाब देते। फिल्म उद्योग को इन बयानों की निंदा करनी चाहिए, क्योंकि ये कलाकारों का अपमान है। डीके शिवकुमार को माफी मांगनी चाहिए।

इसके अलावा जनता दल सेक्युलर के निखिल कुमारस्वामी ने कहा कि राज्य में शुरू किए गए किसी भी आंदोलन का समर्थन करना अभिनेताओं का विशेषाधिकार है। उन्होंने कहा, ‘कुछ लोगों ने खुद को किसी भी पार्टी से जोड़ने से बचने के लिए इसमें भाग नहीं लेने का फैसला किया होगा।’

इससे पहले शनिवार को शिवकुमार ने बंगलूरू अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर भड़कते हुए फिल्म बिरादरी की आलोचना की थी। ऐसा इसलिए क्योंकि इस कार्यक्रम में कम लोग आए। इसके साथ ही कांग्रेस की मेकेदातु पदयात्रा भी हुई थी। उन्होंने कहा, ‘अगर सरकार शूटिंग की अनुमति नहीं देती है, तो वे फिल्म नहीं बना सकते। वे शूटिंग जारी नहीं रख सकते। मुझे भी पता है कि कहां-कहां कसना है, कृपया इसे समझें।’

 

Popular Articles