केरल में कन्नूर के पूर्व एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (एडीएम) नवीन बाबू की आत्महत्या मामले में सियासत तेज हो गई है। सीएम पिनराई विजयन की चुप्पी पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के प्रमुख के सुधाकरन और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने पूछा कि मुख्यमंत्री इस मामले पर चुप क्यों हैं? उन्होंने नवीन बाबू के परिवार को लेकर संवेदना भी नहीं जताई। बता दें कि कन्नूर एडीएम नवीन बाबू ने कथित तौर पर आत्महत्या की है। इस मामले में माकपा नेता पीपी दिव्या पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है।कन्नूर के पूर्व एडीएम नवीन बाबू को एक ईमानदार और अच्छा अधिकारी बताते हुए केरल कांग्रेस नेता सुधाकरन ने आरोप लगाया कि सरकार मामले की जांच करने में ढिलाई बरत रही है। इसके साथ ही वीडी सतीशन ने दावा किया कि विजयन और उनका कार्यालय बाबू की कथित आत्महत्या के पीछे के दोषियों को बचाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि माकपा ने बाबू को भ्रष्ट दिखाने और कन्नूर जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष दिव्या को बचाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए। वहीं सतीशन ने ये भी आरोप कहा कि जब दिव्या ने बाबू के खिलाफ सार्वजनिक रूप से आरोप लगाए तो विजयन चुप क्यों रहे। उन्होंने कहा कि कन्नूर के पूर्व एडीएम के खिलाफ लगाए गए आरोपों के पीछे एक साजिश है। दिव्या पर गुरुवार को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था और देर रात सीपीआई (एम) ने उन्हें कन्नूर जिला पंचायत अध्यक्ष के पद से हटा दिया।
स्थानांतरण के बाद उनके विदाई समारोह में दिव्या ने बाबू पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्होंने अपने आवास पर आत्महत्या कर ली थी। इस घटनाक्रम के बाद राज्य में विवाद पैदा हो गया है। विपक्षी कांग्रेस और भाजपा ने दिव्या की गिरफ्तारी की मांग की है। उधर, पतनमथिट्टा के कलक्ट्रेट में कई मंत्रियों, वरिष्ठ नौकरशाहों व सहकर्मियों ने नवीन को अंतिम विदाई दी।