कुआलालम्पुर (मलेशिया): भारत के विदेश मंत्री जयशंकर सोमवार को यहाँ चल रहे ASEAN Summit 2025 के दौरान न्यूज़ीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन से द्विपक्षीय मुलाकात की। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने भारत-न्यूज़ीलैंड संबंधों को अगली पीढ़ी में ले जाने तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में मुक्त एवं खुली साझेदारी को मजबूती से आगे बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।
विदेश मंत्रालय की जारी प्रेस नोट के अनुसार जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लक्सन को हार्दिक शुभकामनाएँ भेजीं और दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश तथा आर्थिक सहयोग के क्षेत्र में तेजी लाने का आग्रह किया।
चर्चा के मुख्य विषय
- दोनों नेताओं ने मुक्त और खुली हिंद-प्रशांत रणनीति (Free & Open Indo-Pacific) के अनुरूप सहयोग बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।
- इसके अलावे, व्यापार एवं आर्थिक भागीदारी पर विशेष जोर था — न्यूज़ीलैंड तथा भारत के बीच चल रही फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) की तीसरी दौर की वार्ता भी चर्चा में रही।
- शिखा नेतृत्व में दोनों पक्षों ने यह भी स्वीकार किया कि क्षेत्रीय स्थिरता तथा साझेदारी के लिए द्विपक्षीय संवाद अधिक समय-सारिणी में होनी चाहिए।
- सम्मेलन की पृष्ठभूमि में, दोनों नेताओं ने यह संकेत भी दिया कि भारत-न्यूज़ीलैंड संबंध केवल व्यापार तक सीमित नहीं बल्कि सुरक्षा, समुद्री क्षेत्र, तथा वैश्विक मंच पर सहयोग तक विस्तृत होंगे।
जयशंकर की यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब भारत एवं अन्य-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक और आर्थिक प्रतिस्पर्धा तीव्र हो रही है। न्यूज़ीलैंड एवं भारत दोनों ही इस क्षेत्र में अपने प्रभाव बढ़ाने की दिशा में हैं। इस प्रकार, यह बैठक न सिर्फ प्रतीकात्मक रही बल्कि व्यावहारिक रणनीति के लिए अहम मानी जा रही है।
विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह की उच्च-स्तरीय वार्ताएँ द्विपक्षीय रिश्तों को नई दिशा दे सकती हैं तथा भारत की “आक्ट ईस्ट” नीति व हिंद-प्रशांत दृष्टिकोण को भी बल दे सकती हैं।





