न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन: अमेरिकी फाइनेंसर और यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन की मौत के वर्षों बाद एक बार फिर ‘एपस्टीन फाइल्स’ ने वैश्विक स्तर पर हड़कंप मचा दिया है। हालिया जांच और कानूनी प्रक्रियाओं के दौरान 10 लाख से अधिक नए दस्तावेज सामने आए हैं। इन दस्तावेजों के मिलने से दुनिया के कई शक्तिशाली राजनेताओं, उद्योगपतियों और हस्तियों की रातों की नींद उड़ गई है, क्योंकि माना जा रहा है कि इनमें एपस्टीन के ‘सेक्स ट्रैफिकिंग’ नेटवर्क और उसके साथ जुड़े हाई-प्रोफाइल लोगों के गहरे राज दफन हैं।
दस्तावेजों का विशाल अंबार और ‘बवाल’ की वजह
अदालत के आदेशों और लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सार्वजनिक हुए इन दस्तावेजों में वह जानकारी है जिसे अब तक गोपनीय रखा गया था।
- डिजिटल और कागजी सबूत: इन फाइलों में ईमेल, वित्तीय लेनदेन के रिकॉर्ड, यात्रा लॉग (लॉलीटा एक्सप्रेस की उड़ानें) और एपस्टीन के निजी ठिकानों के फुटेज शामिल होने की संभावना है।
- अज्ञात नाम (John Does): अब तक कई नामों को ‘जॉन डो’ के रूप में गुप्त रखा गया था। नए दस्तावेजों की जांच से इन अज्ञात चेहरों के बेनकाब होने का खतरा बढ़ गया है।
शक्तिशाली नेटवर्क पर संकट
जेफ्री एपस्टीन के संबंध दुनिया के सबसे रसूखदार लोगों से थे। नए दस्तावेजों के सामने आने से कई क्षेत्रों में खलबली है:
- राजनीतिक जगत: पूर्व राष्ट्रपतियों और अंतरराष्ट्रीय नेताओं के साथ एपस्टीन की मुलाकातों के नए विवरण सामने आ सकते हैं।
- बिजनेस टाइकून: कई अरबपति निवेशकों और टेक दिग्गजों के साथ एपस्टीन के वित्तीय समझौतों की जांच फिर से शुरू हो सकती है।
- रॉयल फैमिली: ब्रिटिश राजघराने से जुड़े विवादों (प्रिंस एंड्रयू मामला) में नए मोड़ आने की संभावना जताई जा रही है।
जांच एजेंसियों की सक्रियता
अमेरिकी जांच एजेंसियां (FBI) और कानूनविद इन लाखों पन्नों के दस्तावेजों को खंगालने में जुटे हैं।
- पीड़िताओं को न्याय की उम्मीद: एपस्टीन के कुकृत्यों का शिकार हुई महिलाओं के वकीलों का कहना है कि यह ‘सूचनाओं का खजाना’ है। इससे यह साबित करने में मदद मिलेगी कि एपस्टीन का अपराध केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं था, बल्कि उसे कई शक्तिशाली लोगों का संरक्षण प्राप्त था।
- वित्तीय अपराध: इन फाइलों से मनी लॉन्ड्रिंग और कर चोरी के बड़े मामलों का खुलासा भी हो सकता है।
एपस्टीन की रहस्यमयी मौत और अनसुलझे सवाल
2019 में जेल के अंदर एपस्टीन की कथित आत्महत्या के बाद से ही यह सवाल उठ रहे थे कि आखिर उसके राज उसके साथ ही दफन हो गए। लेकिन 10 लाख नए दस्तावेजों के मिलने ने यह साफ कर दिया है कि सच्चाई ज्यादा समय तक छिपी नहीं रह सकती। सोशल मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में ‘एपस्टीन लिस्ट’ को लेकर फिर से बहस छिड़ गई है।





