पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस में लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के बाद उठापटक शुरू हो गई है। क्रिकेटर यूसुफ पठान को बहरामपुर सीट से उतारने पर पार्टी के भीतर विवाद हो गया है। मुर्शिदाबाद के भरतपुर से तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर ने कहा कि अगर उम्मीदवार नहीं बदला गया तो वह बहरामपुर से निर्दलीय लड़ेंगे। दूसरे राज्य से किसी को लाकर कांग्रेस के अधीररंजन चौधरी को नहीं हराया जा सकता। कबीर का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कह रहे हैं कि पार्टी ने तृणमूल के जिला नेतृत्व से बिना बातचीत के ही यूसुफ पठान के नाम की घोषणा कर दी। मैं इसे स्वीकार नहीं करता। चुनाव की तारीखों की घोषणा होने दीजिए और आप मेरी अगली कार्रवाई देखेंगे। मैं उनके खिलाफ मतदान सुनिश्चित करूंगा। हावड़ा सीट से प्रत्याशी प्रसून बनर्जी के चयन पर सवाल उठाने पर सीएम ममता बनर्जी ने छोटे भाई बाबुन बनर्जी से सारे संबंध खत्म करने की घोषणा कर दी। ममता ने कहा, हर चुनाव से पहले वह (बाबुन) समस्या पैदा करते हैं। मुझे लालची लोग पसंद नहीं हैं। मैं वंशवाद की राजनीति में विश्वास नहीं करती, जो उन्हें टिकट दे दूंगी। मैंने उनके साथ सभी रिश्ते खत्म करने का फैसला किया है। बाबुन ने हावड़ा से दो बार सांसद रहे प्रसून बनर्जी को टिकट देने पर नाराजगी जताते हुए कहा, प्रसून सही विकल्प नहीं हैं। कई सक्षम उम्मीदवार थे, जिन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। प्रसून ने मेरा जो अपमान किया, उसे मैं कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने भाजपा में जाने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर वह हावड़ा से निर्दलीय लड़ सकते हैं। हालांकि, ममता की नाराजगी सामने आने के बाद सुर बदल गए। चुनाव नहीं लड़ने की बात कहते हुए कहा, ममता दीदी मेरी अभिभावक हैं।