फिलिपींस की उपराष्ट्रपति सारा डुटेर्टे के खिलाफ बुधवार को महाभियोग की कार्यवाही की गई। डुटेर्टे पर राष्ट्रपति फर्डिनांड मार्कोस जूनियर की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। इसके अलावा उन पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में शामिल रहने और विवादित दक्षिण चीन सागर में फिलिपींस की सेना के खिलाफ चीन की आक्रामक कार्रवाई की निंदा करने में विफल रहने का आरोप है।प्रतिनिधि सभा के सांसदों के इस कदम से एशियाई देश के दो सर्वोच्च नेताओं के बीच राजनीतिक दरार और गहरी हो गई है। उपराष्ट्रपति के महाभियोग की कार्यवाही का समर्थन करने वाले प्रतिनिधि सभा के सांसदों में से कई राष्ट्रपति मार्कोस के सहयोगी हैं।मार्कोस ने अमेरिका के साथ रक्षा संबंधों को बढ़ावा दिया है, जबकि उपराष्ट्रपति के पिता पूर्व राष्ट्रपति रोड्रिगो डुटेर्टे ने 2022 में समाप्त हुए अपने कार्यकाल के दौरान चीन और रूस के साथ मधुर संबंध कायम करने पर जोर दिया था।
सारा डुटर्टे के भाई और सांसद पाओलो डुटर्टे ने कहा कि यह स्पष्ट तौर पर राजनीतिक उत्पीड़न की कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि प्रतिद्वंद्वी सांसदों ने प्रस्ताव पर जल्द हस्ताक्षर करवाने और सीनेट में बेबुनियाद महाभियोग मामले को आगे बढ़ाने के लिए सारे हथकंडे अपनाए।
डुटर्टे ने बार-बार मार्कोस, उनकी पत्नी और उनके रिश्तेदार प्रतिनिधि सभा के ‘स्पीकर’ मार्टिन रोमुअलडेज पर भ्रष्टाचार, कमजोर नेतृत्व और उन्हें चुप कराने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। मार्कोस का कार्यकाल 2028 में समाप्त होने वाला है और उनके बाद डुटेर्टे को राष्ट्रपति पद का संभावित दावेदार माना जाता है।
प्रतिनिधि सभा के महासचिव रेजिनाल्ड वेलास्को ने कांग्रेस (फिलिपींस की संसद) के निचले सदन की एक पूर्ण बैठक में बताया कि कम से कम 215 सांसदों ने डुटेर्टे पर महाभियोग चलाने से संबंधित प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं, जो उनके खिलाफ महाभियोग चलाने पर विचार करने के लिए पर्याप्त संख्या है।





