उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने अपने संयुक्त उम्मीदवार के रूप में बी. सुदर्शन रेड्डी के नाम की औपचारिक घोषणा कर दी है। बुधवार को संसद के केंद्रीय कक्ष में विपक्षी दलों की बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रेड्डी का परिचय सभी नेताओं से कराया। इस अवसर पर कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कई प्रमुख दलों के नेता मौजूद रहे।
खरगे ने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव केवल एक संवैधानिक पद की दौड़ नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र की आत्मा और उसके मूल्यों की रक्षा की वैचारिक लड़ाई है। उन्होंने कहा, “सत्तारूढ़ दल जहां आरएसएस की विचारधारा को आगे बढ़ा रहा है, वहीं हम संविधान और उसके मार्गदर्शक सिद्धांतों को सर्वोपरि मानते हैं। रेड्डी ऐसे समय में विपक्ष के उम्मीदवार हैं जब लोकतांत्रिक संस्थाओं की अखंडता अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना कर रही है। संसद में विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है और महत्वपूर्ण विधेयक बिना विचार-विमर्श के पारित किए जा रहे हैं।”
गठबंधन का पूरा समर्थन
बैठक में शामिल शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, “विपक्ष की एकता अटूट है। हमारे पास सुदर्शन हैं, इसलिए कौरवों (एनडीए) की हार तय है।” वहीं राहुल गांधी ने हालिया बिहार यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि विपक्ष की एकजुटता ही जीत की कुंजी बनेगी और सुदर्शन इस एकता का चेहरा होंगे।
नामांकन और मॉक पोल की तैयारी
बी. सुदर्शन रेड्डी बृहस्पतिवार को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे। विपक्षी गठबंधन ने 8 सितंबर को एक मॉक पोल आयोजित करने का निर्णय लिया है, ताकि सभी सांसद मतदान की प्रक्रिया से पूरी तरह परिचित हो सकें और किसी तरह की तकनीकी चूक न हो।
विधेयकों पर भी एकजुट विरोध
बैठक में विपक्षी सांसदों ने हाल ही में पेश किए गए उस संविधान संशोधन विधेयक का भी विरोध किया जिसे सत्र के अंतिम दिनों में लाया गया। खरगे ने कहा कि सरकार ने इसे बिना पर्याप्त चर्चा के प्रस्तुत कर संसदीय लोकतंत्र और संघवाद की मूल भावना को ठेस पहुंचाई है।
बैठक में तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, एनसीपी (शरद पवार गुट), राजद, जेएमएम, द्रमुक, वाम दल, शिवसेना (यूबीटी), आईयूएमएल, केरल कांग्रेस (एम) सहित इंडिया गठबंधन के अधिकांश घटक दलों के नेता शामिल हुए।





