नई दिल्ली/लखनऊ/पटना: उत्तर भारत के बड़े हिस्से में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने अपना शिकंजा कस लिया है। दिल्ली-NCR समेत उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब और हरियाणा में बर्फीली हवाओं के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। घने कोहरे (Dense Fog) के कारण दृश्यता (Visibility) शून्य से 50 मीटर तक रह गई है, जिससे यातायात, रेल सेवाओं और हवाई उड़ानों पर बुरा असर पड़ा है।
प्रमुख राज्यों में मौसम का मिजाज
1. दिल्ली-NCR: ‘कोल्ड डे’ की स्थिति
देश की राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान में भारी कमी आई है। मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। यहाँ सुबह के समय पालम और सफदरजंग जैसे इलाकों में दृश्यता शून्य के करीब रही, जिसके कारण दिल्ली एयरपोर्ट से कई उड़ानों में देरी हुई।
2. उत्तर प्रदेश: भीषण ठंड का रेड अलर्ट
यूपी के लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और मेरठ समेत अधिकांश जिलों में ‘कोल्ड डे’ से ‘सीवियर कोल्ड डे’ की स्थिति बनी हुई है। कोहरे के कारण लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर वाहनों की रफ्तार थम गई है। प्रशासन ने कई जिलों में स्कूलों की छुट्टियों को आगे बढ़ा दिया है।
3. बिहार: पछुआ हवाओं ने बढ़ाई कनकनी
बिहार के पटना, गया और पूर्णिया जैसे जिलों में पछुआ हवाओं के कारण कनकनी बढ़ गई है। राज्य में सूरज की लुका-छिपी जारी है और दिन के अधिकतम तापमान में 5 से 8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटों तक राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
परिवहन और बुनियादी ढांचे पर प्रभाव
- रेलवे: कोहरे की मार सबसे ज्यादा लंबी दूरी की ट्रेनों पर पड़ी है। कोहरे के कारण राजधानी और शताब्दी जैसी प्रमुख ट्रेनें 4 से 10 घंटे की देरी से चल रही हैं।
- हवाई सेवा: दिल्ली और लखनऊ एयरपोर्ट पर कम दृश्यता के कारण कई उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा है और यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
- सड़क यातायात: राजमार्गों पर विजिबिलिटी कम होने के कारण सड़क हादसों का खतरा बढ़ गया है। पुलिस ने ड्राइवरों को फॉग लाइट का उपयोग करने और गति धीमी रखने की सलाह दी है।
स्वास्थ्य विभाग की सलाह
डॉक्टरों ने इस भीषण ठंड को देखते हुए बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। हृदय रोग और सांस की समस्या वाले मरीजों को सुबह की सैर से बचने और गर्म कपड़े पहनने का सुझाव दिया गया है।
“अगले तीन से चार दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में घना कोहरा और शीतलहर की स्थिति जारी रहने की संभावना है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में साफ देखा जा रहा है।” — भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD)
आगामी अनुमान
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने से मैदानी इलाकों में ठंड और बढ़ सकती है। जनवरी के अंत तक कोहरे का प्रभाव इसी तरह बने रहने की आशंका है।





