देहरादून/उत्तरकाशी। हाल ही में उत्तराखंड के कई जिलों में आई प्राकृतिक आपदाओं के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं हालात का जायजा लेने आ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री 11 सितंबर को राज्य के आपदा प्रभावित इलाकों का हवाई निरीक्षण कर सकते हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है।
जानकारी के अनुसार, मौसम की मार झेल रहे उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ समेत कई जिलों में भूस्खलन और भारी बारिश से सड़कें व पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इससे न केवल आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है, बल्कि चारधाम यात्रा भी प्रभावित हुई है। लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए केंद्र सरकार स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है।
प्रधानमंत्री की संभावित यात्रा को ध्यान में रखते हुए देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट समेत अन्य हवाई अड्डों पर सुरक्षा और प्रोटोकॉल की समीक्षा की जा रही है। एयरपोर्ट परिसर में सुरक्षा एजेंसियों ने चेकिंग अभियान चलाया और आवश्यक व्यवस्थाओं का जायजा लिया। साथ ही प्रशासन ने हेलिकॉप्टर लैंडिंग और टेकऑफ की संभावनाओं का भी परीक्षण किया है।
राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री का यह दौरा अभी प्रस्तावित है और अंतिम कार्यक्रम जल्द ही तय हो सकता है। यदि यह यात्रा होती है तो पीएम मोदी आपदा प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण कर वहां की वास्तविक स्थिति देखेंगे। इसके साथ ही राहत और पुनर्वास कार्यों की गति बढ़ाने के लिए आवश्यक निर्देश भी दे सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि बीते कुछ दिनों में भारी बारिश के कारण राज्य में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया गया है। आपदा प्रबंधन टीमें लगातार राहत-बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
यह दौरा न केवल आपदा प्रभावित लोगों के लिए उम्मीद का संदेश होगा, बल्कि राहत व पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।