उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की आंध्र प्रदेश यात्रा ने दक्षिण भारत में उनकी लोकप्रियता का नया प्रमाण दिया, जहां मदनपल्ली से लेकर तिरुपति तक उनका नाम गूंजता रहा। सोमवार को शुरू हुई इस यात्रा के दौरान स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं, उत्तराखंड बासी समुदाय और आमजन ने फूलमालाओं, ढोल-नगाड़ों और नारों से उनका भव्य स्वागत किया। धामी ने आंध्र के विकास कार्यों की सराहना की और दोनों राज्यों के बीच पर्यटन, शिक्षा व सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
यात्रा मदनपल्ली से शुरू हुई, जहां सीएम धामी का स्वागत करने के लिए सैकड़ों लोग सड़कों पर उमड़ पड़े। स्थानीय विधायक और भाजपा नेता ने कहा कि धामी की ‘आत्मनिर्भर उत्तराखंड’ मॉडल आंध्र के लिए प्रेरणा है, जिस पर उत्साह से नारे लगे। इसके बाद तिरुपति पहुंचे धामी ने भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में विशेष दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। मंदिर परिसर में उत्तराखंडी समुदाय ने पारंपरिक गढ़वाली भजनों से स्वागत किया, जबकि ‘धामी धमाल’ के नारे गूंजे।
यह यात्रा उत्तराखंड-आंध्र प्रदेश के बीच मजबूत संबंधों को मजबूत करने का हिस्सा है, खासकर चार धाम यात्रा को तिरुपति सर्किट से जोड़ने की योजना के बीच। धामी ने एक सभा में कहा कि ‘उत्तराखंड की धरती से निकली विकास की लहर अब पूरे भारत में फैल रही है’। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के प्रतिनिधि ने उन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। भाजपा सूत्रों के अनुसार, यह यात्रा 2029 चुनावी रणनीति का हिस्सा है, जो दक्षिण भारत में पार्टी का विस्तार करेगी।
स्थानीय मीडिया ने धामी को ‘हिमालयी शेर’ कहकर सराहा, जबकि सोशल मीडिया पर #DhamiInAndhra ट्रेंड कर रहा है। यात्रा के दौरान निवेश प्रस्तावों पर हस्ताक्षर हुए, जो रोजगार सृजन को बढ़ावा देंगे। धामी मंगलवार को हैदराबाद लौटेंगे।





