उत्तराखंड में मतदाता सूची को अधिक सटीक और अद्यतन बनाने के उद्देश्य से निर्वाचन आयोग द्वारा चलाए जा रहे स्पेशल समरी रिवीज़न (SIR) अभियान में एक नई प्रणाली लागू की गई है। इस पहल के तहत प्रत्येक बूथ स्तर अधिकारी (BLO) को रोजाना 30 घरों तक पहुंचकर मतदाता सत्यापन कार्य पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। आयोग का कहना है कि यह व्यवस्था मतदाता सूची की गुणवत्ता बढ़ाने और उन परिवारों तक पहुंचने के लिए की गई है जहां अब तक जानकारी अधूरी या अद्यतन नहीं थी।
निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि BLO सुबह से ही फील्ड में जाकर निर्धारित क्षेत्र के घरों में दस्तक दे रहे हैं। वे प्रत्येक परिवार से मतदाताओं की स्थिति, पते में परिवर्तन, नए पात्र मतदाताओं के नाम और मृत व्यक्तियों के नाम हटाने से संबंधित जानकारी एकत्र कर रहे हैं। इस प्रक्रिया के दौरान अधिकारी परिवारों से पहचान पत्र, आयु प्रमाण और पते के दस्तावेज भी देख रहे हैं ताकि मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की त्रुटि न रहे।
अधिकारियों के अनुसार, BLO को प्रतिदिन 30 घरों का लक्ष्य इस प्रकार तय किया गया है कि पूरे क्षेत्र में बिना किसी जल्दबाज़ी के विस्तृत सत्यापन हो सके। इसके साथ ही, आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी BLO को मोबाइल ऐप के माध्यम से कार्य की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है। BLO जिस घर का सत्यापन पूरा करते हैं, उसकी जानकारी तुरंत सिस्टम में अपलोड की जा रही है, जिससे पारदर्शिता और गति—दोनों सुनिश्चित हो सकें।
अभियान के दौरान मतदाताओं को यह सलाह भी दी गई है कि वे BLO को सही और पूरी जानकारी उपलब्ध कराएं, जिससे मतदान प्रक्रिया में शामिल होने में किसी भी प्रकार की बाधा न आए। निर्वाचन आयोग ने यह भी कहा है कि यदि कोई व्यक्ति घर पर मौजूद न हो तो BLO अगले दिन फिर से संपर्क करेंगे या नोटिस छोड़कर संबंधित व्यक्ति से जानकारी एकत्र करने की अपील करेंगे।
राज्य निर्वाचन कार्यालय का मानना है कि SIR के इस व्यापक अभियान से मतदाता सूची अधिक सटीक हो सकेगी और आने वाले चुनावों में त्रुटिरहित मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित होगी। आयोग ने उम्मीद जताई है कि जनता के सहयोग से इस अभियान को बड़ी सफलता मिलेगी और राज्य में चुनाव प्रशासन की विश्वसनीयता और मज़बूती और बढ़ेगी।





