देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने सर्दियों के मौसम में राज्य के पर्यटन को नई गति देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) ने शीतकालीन पर्यटन सीजन के लिए विशेष रियायत की घोषणा की है। अब जीएमवीएन के होटलों और गेस्टहाउसों में ठहरने वाले यात्रियों को किराये में 50 प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी। साथ ही पर्यटकों को इस अवधि में कई अतिरिक्त सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।
सर्दी में बढ़ेगा पर्वतीय इलाकों का आकर्षण
जीएमवीएन के अनुसार, यह योजना राज्य के पर्वतीय इलाकों में सर्दियों के दौरान पर्यटकों की आवाजाही बढ़ाने के उद्देश्य से तैयार की गई है। आमतौर पर नवंबर से फरवरी तक का समय प्रदेश में ऑफ सीजन माना जाता है, लेकिन सरकार चाहती है कि इस दौरान भी स्थानीय पर्यटन को प्रोत्साहन मिले।
पर्यटन सचिव के अनुसार, “उत्तराखंड की पहाड़ियां सर्दियों में बर्फ की चादर से ढकी रहती हैं और प्राकृतिक सौंदर्य अपने चरम पर होता है। ऐसे में हम चाहते हैं कि पर्यटक इस सौंदर्य का अनुभव करें और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिले।”
किन होटलों में मिलेगी छूट
यह रियायत गढ़वाल मंडल विकास निगम के अंतर्गत आने वाले अधिकांश होटलों, गेस्टहाउसों और टूरिस्ट रेस्ट हाउसों में लागू होगी। इनमें औली, टिहरी, चोपता, केदारनाथ बेस कैंप, देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, गंगोत्री, यमुनोत्री, लैंसडाउन, चमोली और अन्य प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के आवास शामिल हैं।
पर्यटक निगम की वेबसाइट या कार्यालयों के माध्यम से ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से बुकिंग कर सकते हैं। रियायत का लाभ सीधे बिल में समायोजित किया जाएगा।
यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं
छूट के साथ यात्रियों के लिए कुछ विशेष सुविधाएं भी जोड़ी जा रही हैं—
- बर्फबारी वाले इलाकों में हीटर और अतिरिक्त कम्बल की व्यवस्था।
- स्थानीय व्यंजनों का विशेष मेन्यू।
- एडवेंचर गतिविधियों जैसे ट्रेकिंग, स्कीइंग और पैराग्लाइडिंग पर विशेष पैकेज।
- स्थानीय गाइड और पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सुविधा।
पर्यटन उद्योग को राहत की उम्मीद
राज्य सरकार का मानना है कि इस कदम से न केवल घरेलू पर्यटकों की आमद बढ़ेगी, बल्कि राज्य के होटल व्यवसायियों, स्थानीय कारीगरों और टूर ऑपरेटरों को भी सीधा लाभ मिलेगा।
जीएमवीएन के महाप्रबंधक ने बताया कि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए व्यापक प्रचार अभियान भी चलाया जा रहा है। सोशल मीडिया और पर्यटन मेलों में इस ऑफर को प्रमुखता से प्रचारित किया जा रहा है।
उत्तराखंड की शीतकालीन यात्रा योजना न केवल पर्यटकों को बर्फीले नजारों और शांति का अनुभव कराएगी, बल्कि प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई ताकत देगी। सरकार को उम्मीद है कि यह पहल आने वाले महीनों में राज्य के पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।