उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में लगातार हो रही बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बुधवार को भी मौसम के बिगड़े मिजाज के चलते लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। हालांकि कुछ जिलों में हल्की राहत के आसार भी जताए गए हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून, टिहरी, नैनीताल और बागेश्वर जिलों में कहीं-कहीं तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं अन्य जिलों में गरज के साथ बिजली चमकने की संभावना जताई गई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि मैदानी क्षेत्रों में बारिश से कुछ राहत मिल सकती है, जबकि पर्वतीय इलाकों में भी बारिश की तीव्रता में कुछ कमी आ सकती है।
राज्य में बारिश और भूस्खलन के चलते कुल 154 सड़कों पर आवाजाही बंद हो गई थी। इनमें से 30 सड़कों को खोल दिया गया है, लेकिन अभी भी 124 सड़कें बाधित हैं। इन्हें खोलने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है।
लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि मानसून के दौरान सभी अधिकारी अपने फोन हमेशा चालू रखें, ताकि सड़क बंद होने की जानकारी लोगों तक समय पर पहुंच सके। उन्होंने कहा कि यात्रियों को पहले से ही संभावित बंद मार्गों और वैकल्पिक रास्तों की जानकारी दी जानी चाहिए, ताकि उनकी यात्रा में बाधा न आए।
सरकार की प्राथमिकता है कि मानसून के दौरान यातायात व्यवस्था दुरुस्त रहे और यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।