नैनीताल/देहरादून: उत्तराखंड बार काउंसिल के बहुप्रतीक्षित चुनावों को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। चुनाव संचालन समिति ने प्रशासनिक और अपरिहार्य कारणों का हवाला देते हुए पूर्व में घोषित मतदान की तिथि को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। अब काउंसिल के सदस्यों के लिए मतदान 17 फरवरी को संपन्न होगा।
संशोधित कार्यक्रम की मुख्य बातें
बार काउंसिल की ओर से जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए नई समय-सारणी तैयार की गई है।
- नई मतदान तिथि: अब प्रदेश भर के अधिवक्ता मतदाता 17 फरवरी को अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
- पूर्व निर्धारित तिथि: इससे पहले मतदान की तिथि अलग तय की गई थी, जिसे अधिवक्ताओं की मांग और अन्य तकनीकी पहलुओं को देखते हुए बदला गया है।
- मतदान केंद्र: प्रदेश के सभी प्रमुख जिला न्यायालयों और बार एसोसिएशनों में मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।
क्यों बदली गई तिथि?
सूत्रों के अनुसार, चुनाव तिथि में बदलाव के पीछे मुख्य कारण मतदाता सूचियों का अंतिम सत्यापन और राज्य के विभिन्न हिस्सों में अधिवक्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित करना है। समिति का मानना है कि तिथि विस्तार से दूरस्थ क्षेत्रों के अधिवक्ताओं को भी चुनाव प्रक्रिया में शामिल होने का पर्याप्त समय मिलेगा।
अधिवक्ताओं में बढ़ा उत्साह
चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद से ही प्रत्याशियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। बार काउंसिल के 25 सदस्यीय बोर्ड के लिए होने वाले इस चुनाव में प्रदेश भर के हजारों अधिवक्ता हिस्सा लेंगे।
- प्रत्याशी अब सोशल मीडिया और व्यक्तिगत जनसंपर्क के माध्यम से अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुट गए हैं।
- मुख्य फोकस वकीलों के कल्याण, चैंबर आवंटन और बीमा योजनाओं जैसे मुद्दों पर है।





