देहरादून। उत्तराखंड में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने राज्य के पर्वतीय जिलों में अगले कुछ दिनों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कई इलाकों में सोमवार को भी रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहा। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार, आने वाले 48 घंटों में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ सकती हैं। इसके अलावा देहरादून, नैनीताल और पौड़ी जैसे मैदानी व तराई के कुछ हिस्सों में भी मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस दौर की बारिश से पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है। यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम जाने वाले मार्गों पर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। वहीं नदियों के जलस्तर में अचानक वृद्धि की संभावना को देखते हुए जिलाधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
प्रशासन ने पर्वतीय मार्गों पर यात्रा करने वालों को मौसम की जानकारी लेकर ही सफर शुरू करने की हिदायत दी है। चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर ठहरें और अनावश्यक जोखिम न उठाएं।
देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में अगले कुछ दिनों तक बादल छाए रहने और बीच-बीच में बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग का कहना है कि 12 सितंबर के बाद बारिश की तीव्रता में धीरे-धीरे कमी आ सकती है।
कुल मिलाकर, उत्तराखंड में फिलहाल मौसम का मिजाज बदला हुआ है और अगले कुछ दिन आम जनता, यात्रियों व प्रशासन—सभी के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं।