ऋषिकेश/देहरादून: उत्तराखंड की बेटियों ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देवभूमि का मान बढ़ाया है। अपनी शारीरिक लचीलेपन के कारण ‘रबर डॉल’ के नाम से मशहूर हर्षिका ने वर्ल्ड कप योग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक (सिल्वर मेडल) अपने नाम किया है। इस उपलब्धि के साथ ही हर्षिका ने न केवल भारत का नाम रोशन किया, बल्कि योग की वैश्विक राजधानी कहे जाने वाले उत्तराखंड के गौरव में भी चार चांद लगा दिए हैं।
कठिन प्रतिस्पर्धा में दिखाया कौशल
विश्व स्तर पर आयोजित इस चैंपियनशिप में दुनिया भर के कई देशों के दिग्गज योग साधकों ने हिस्सा लिया था। हर्षिका ने अपनी असाधारण प्रतिभा और कठिन योगाभ्यासों का प्रदर्शन करते हुए निर्णायकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी प्रस्तुति में संतुलन, एकाग्रता और शारीरिक लचीलेपन का अद्भुत संगम देखने को मिला, जिसकी बदौलत वह कड़े मुकाबले के बाद दूसरे स्थान पर रहीं और रजत पदक हासिल किया।
सालों की मेहनत का परिणाम
हर्षिका की इस सफलता के पीछे उनकी वर्षों की कड़ी तपस्या और समर्पण छिपा है। ‘रबर डॉल’ के रूप में विख्यात हर्षिका ने बचपन से ही योग को अपनी जीवनशैली बनाया।
- अभ्यास: वह प्रतिदिन कई घंटों तक जटिल आसनों का अभ्यास करती हैं।
- उपलब्धियां: इससे पूर्व भी उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई स्वर्ण पदक अपने नाम किए हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह उनकी अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
प्रदेश में खुशी की लहर
हर्षिका की जीत की खबर मिलते ही उनके गृहनगर और पूरे प्रदेश में खुशी का माहौल है। खेल प्रेमियों और योग गुरुओं ने हर्षिका को बधाई देते हुए इसे उत्तराखंड के खेल इतिहास का एक सुनहरा क्षण बताया है। सोशल मीडिया पर भी ‘रबर डॉल’ की इस उपलब्धि की जमकर सराहना हो रही है।
हर्षिका का संदेश: “मेरा लक्ष्य हमेशा से योग के माध्यम से अपने देश को गौरवान्वित करना रहा है। यह पदक मेरे उन गुरुओं और माता-पिता को समर्पित है जिन्होंने मेरी क्षमताओं पर विश्वास किया। मैं भविष्य में स्वर्ण पदक जीतकर तिरंगा और ऊंचा लहराना चाहती हूं।”





