उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री हाईवे पिछले 17 दिनों से अवरुद्ध होने के कारण आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क मार्ग बाधित होने से कई गांवों का जिला मुख्यालय और स्वास्थ्य सुविधाओं से संपर्क कट गया है। इसी बीच खरसाली गांव की एक गर्भवती महिला की तबीयत बिगड़ने पर प्रशासन को उसे हवाई मार्ग से अस्पताल पहुंचाने का सहारा लेना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, सोमवार को खरसाली गांव निवासी एक महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। सड़क संपर्क न होने के कारण परिजन उसे वाहन से अस्पताल तक नहीं ले जा सके। इसकी जानकारी प्रशासन तक पहुंचते ही हेलिकॉप्टर की व्यवस्था की गई और महिला को एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भेजा गया।
गौरतलब है कि भारी बरसात और लगातार भूस्खलन की वजह से यमुनोत्री हाईवे कई जगहों पर क्षतिग्रस्त है। बीते 17 दिनों से यह मार्ग बंद होने से न केवल स्थानीय लोगों की आवाजाही ठप है, बल्कि यमुनोत्री धाम आने वाले तीर्थयात्री भी प्रभावित हो रहे हैं। प्रशासन और लोक निर्माण विभाग की ओर से मार्ग खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन लगातार गिर रहे मलबे और प्रतिकूल मौसम बड़ी चुनौती बने हुए हैं।
स्थानीय लोगों ने सरकार से शीघ्र सड़क बहाली की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि चिकित्सा सुविधाओं से कटे होने के कारण हर आपात स्थिति में जान जोखिम में पड़ रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि स्थिति जल्द नहीं सुधरी तो आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
इधर, जिला प्रशासन का कहना है कि सड़क को जल्द से जल्द खोलने के लिए अतिरिक्त मशीनरी लगाई जा रही है। साथ ही आपात स्थितियों में मरीजों को हेलिकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।
यह खबर साफ तौर पर बताती है कि पहाड़ी इलाकों में लगातार प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे लोगों की बुनियादी सुविधाओं तक पहुंच कितनी प्रभावित हो रही है।