Wednesday, August 6, 2025

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उत्तरकाशी आपदा: राहत-बचाव कार्य में मौसम बना सबसे बड़ी चुनौती, केंद्र से मिला हेलिकॉप्टर समर्थन

उत्तरकाशी ज़िले के धराली क्षेत्र में आई भीषण प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को गहरे तक झकझोर दिया है। इस आपदा के चलते हुई जन-धन की भारी क्षति और राहत-बचाव कार्यों की तत्काल ज़रूरतों को लेकर उत्तराखंड के चार सांसद — हरिद्वार से त्रिवेन्द्र सिंह रावत, गढ़वाल से अनिल बलूनी, टिहरी से माला राज्य लक्ष्मी शाह और नैनीताल से अजय भट्ट — ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।

बैठक में आपदा की भयावहता, प्रभावित परिवारों की स्थिति और राहत कार्यों की प्रगति पर विस्तार से चर्चा हुई। राज्य सरकार के अनुरोध पर केंद्र सरकार ने चंडीगढ़, सरसावा और आगरा से दो चिनूक और दो एमआई-17 हेलिकॉप्टर बुधवार सुबह ही जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर तैनात कर दिए हैं।

सड़क मार्ग बहाली के लिए चिनूक हेलिकॉप्टर के ज़रिए भारी मशीनरी भी आपदा क्षेत्र में पहुँचाई जा रही है। बचाव अभियान में भारतीय सेना के 125 जवान, आईटीबीपी के 83 अधिकारी, और बीआरओ के 6 अधिकारी व 100 से अधिक मजदूर बाधित सड़कों को खोलने में लगे हुए हैं।

हर्षिल और धराली क्षेत्र में राहत कार्य तेज़ी से जारी हैं। पुलिस, सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन दल और अन्य एजेंसियां दिन-रात राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं।

अब तक आठ स्थानीय लोग, दो नेपाली मूल के नागरिक, और नौ सेना के जवान लापता बताए गए हैं। रेस्क्यू टीम द्वारा एक स्थानीय व्यक्ति का शव बरामद कर लिया गया है।

इधर, गंगनानी के पास मार्ग अवरुद्ध होने के कारण, जिलाधिकारी उत्तरकाशी प्रशांत आर्य और पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल को हेलीपैड से हर्षिल-धराली के लिए हवाई मार्ग से रवाना किया गया है।

हालात गंभीर हैं, लेकिन प्रशासन और राहत टीमें पूरी तत्परता से जुटी हुई हैं। मौसम की चुनौती के बावजूद हर संभव प्रयास जारी है कि समय रहते अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।

 

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